नई दिल्ली : आज का दिन विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) द्वारा उनके नेतृत्व और तंबाकू नियंत्रण को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता के लिए ‘वर्ल्ड नो टोबैको डे अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है.
डब्लूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेतरपाल सिंह ने कहा कि तंबाकू के इस्तेमाल से स्वास्थ्य, आर्थिक और सामाजिक खतरों से लोगों की रक्षा के लिए जेपी नड्डा ने कई कड़े कदम उठाए हैं.
हम सभी तंबाकू से होने वाले खतरों से अच्छी तरह वाकीफ हैं लेकिन इसके बावजूद भी इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है. लोगों को अक्सर आपने कहते हुए सुना होगा कि हम कितनी भी कोशिश कर लें लेकिन सिगरेट पीने की आदत छूटती ही नहीं है,अगर आपको भी कोई ऐसा शख्स मिले तो आप भी नीचे दिए गए उपायों को उन्हें बताएं और स्मोकिंग छोड़ने में उनकी मदद करें.
उपाय
1) किसी भी चीज को अपनाने और छोड़ने के लिए मन में एक निश्चय करना बहुत जरूरी है.
2) अगर स्मोकिंग की आदत नहीं छूट रही तो कोशिश करें कि धीरे-धीरे आप इस आदत से खुद को बचाएं.
3) अपने करीब लोगों को इस बात से रू-ब-रू कराएं कि अब आप सिगरेट नहीं पिएंगे ताकि वह आपको स्मोकिंग करने के लिए फोर्स न कर सकें.
4) खुद के पास सिगरेट, तंबाकू, गुटखा आदि सब रखना बंद करें.
5) भुनी हुई सौंफ और अजवायन इसमें नींबू का रस और हल्का काला नमक मिलकर रखें ताकि जब भी आपको तंबाकू खाने की तलब लगे तो आप इसे खाएं.
6) तंबाकू खाने या सिगरेट के रूप में इसके सेवन की तलब को कम करने के लिए प्रतिदिन गुनगुने पानी में नींबू के रस और शहद को मिलाकर पिएं.
लाइफस्टाइल में लाएं बदलाव
तंबाकू और सिगरेट पीने की आदत को छोड़ने के दौरान सिरदर्द, कफ, वेट गेन, इंसोमनिया जैसी परेशानियों से खुद को बचाने के लिए अपने लाइफस्टाइल को बदलें. लाइफस्टाइल को बदलने के बाद पूरी नींद लें, अच्छी डाइट लेनी शुरू करें. प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी पिएं, व्यायाम करना शुरू करें. इसी के साथ आप योगा,मेडिटेशन को भी अपने लाइफस्टाइल में शामिल कर सकते हैं.
धूम्रपान से मरने वालों के आकंड़ों पर भी डाले एक नजर
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक, एक सिगरेट जिंदगी के 11 मिनट और सिगरेट का एक पैकेट 3 घंटे 40 मिनट छीन लेती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, जो युवा लड़के-लड़किया कम उम्र में धूम्रपान करते हैं उनमें से 50 फीसदी की मौत तंबाकू से होने वाली बीमारी के कारण हो जाती है. सामान्य व्यक्ति के मुकाबले धूम्रपान पीने वाले शख्स की जिंदगी 22 से 26 प्रतिशत तक कम हो जाती है.