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आज महाबहस होगी ऐसे मुद्दे पर, जो बीते 25 साल से राजनीति के गलियारों से लेकर अदालत में गूंज रहा है. मसला बाबरी मस्जिद गिराए जाने का है. जिसमें पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी और मौजूदा केंद्रीय मंत्री उमा भारती समेत 12 लोगों के खिलाफ आज आरोप तय हुए हैं.
राम मंदिर आंदोलन खुल्लमखुल्ला था, फिर विवादित ढांचा गिराए जाने के पीछे साज़िश कैसी थी ? क्या राम मंदिर आंदोलन नए सिरे से तेज़ होगा ? आज इन्हीं सवालों पर होगी महाबहस.
बता दें कि अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने का केस 25 साल बाद एक बार फिर शुरू हो गया है. बीजेपी और वीएचपी के दिग्गज नेताओं के खिलाफ जो मुकदमा अदालत के अधिकार क्षेत्र के विवाद में उलझा था, उसे अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने सुलझाया और अब लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत में फैसला होगा कि लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे 12 दिग्गज नेताओं ने ढांचा गिराने की साज़िश रची थी या नहीं ?