मुजफ्फरनगर: जहां एक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था को मजबूत करने की बात कर रहे हैं, वही दूसरी और उन्ही के विधायक कानून व्यवस्था को अपनी जागीर समझ कर नियमों को ताक पर रख उसका खुले आम माखौल उड़ाते दिखाई दे रहे हैं.
दरअसल मामला जनपद मुज़फ्फरनगर की खतौली विधानसभा क्षेत्र का है. यहां केंद्र में बीजेपी सरकार के पूरे हुए 3 साल के उपलक्ष्य में आयोजित एक अभिनन्दन समारोह में बीजेपी विधायक विक्रम सैनी को बुलाया था. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने खुद कबूला कि एक बीजेपी कार्यकर्ता की गाड़ी छुड़ाने के लिए उन्होंने पुलिस को धमकी दी थी.
विधायक जी ने मंच पर बोलते हुए अपने कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र के पुलिस अधिकारी से फोन पर कभी हुई बातचीत की जानकारी शेयर की. जिसमे उन्होंने पुलिस वाले को उनके द्वारा छोड़ने को कहने के बावजूद भी चालान काटने वाले पुलिस अधिकारी को खरी खोटी सुनने की बात मंच से बोली. जिसमे उन्होंने बिना कागज की बाइक को ना छोड़ने वाले पुलिस अधिकारी को जमकर फटकार लगाने की बात कही है.
उन्होंने कहा मेरे पास फोन आया था कि विधायक जी क्या इसीलिए तुम्हे विधायक बनाया था कि मेरा चालान कट जाए तो मैंने उस पुलिस वालों से बात की और कहा की अब ये तुम्हारे फूफा की सरकार नही रही अब तो ठीक ठाक हो ले और ये बता चालान काटा क्यू, मै तो हूँ जब कह दिया छोड़ना हैं तो छोड़ना हैं. कागज है या नही हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी का कार्यकर्ता हो. चाहें फिर वो यहां का हो या फिर कहीं और का. अगर उसे पकड़ा और मैं उसे कुछ कह बैठुंगा. आज तक कोई रिकॉर्ड ऐसा नही मिला जो मैंने कहा हो और उसे ना छोड़ा हो कारण यह है या नही है इस बार छोड़ दे. अगली बार पकड़ लिए, फिर देखा जाएगा.