श्रीनगर: कश्मीर में हिंसा के लिए अलगाववादियों को पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग की जांच करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अलगाववादी नेताओं को समन जारी कर दिल्ली बुलाया है. समन में अलगाववादी नेताओं तहरीक-ए-हुर्रियत के गाजी जावेद बाबा, फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे और नईम खान को अन्य डॉक्यूमेंट समेत बैंक और संपत्ति के कागज एनआईए टीम के सामने पेश होने को कहा गया है.
एनआईए के सामने अलगाववादियों से पूछताछ होगी और अगर कुछ गलत पाया जाता है तो कानून कार्रवाई भी की जाएगी. इस मामले में एजेंसी हुर्रियत की फंडिंग की जांच शुरू भी कर दी है. वहीं दूसरी तरफ कश्मीर में अशांति के मद्देनजर अलगाववादी नेता यासिन मलिक को गिरफ्तार किया जा चुका है. बता दें कि इससे पहले बिट्टा और गाजीताओं से श्रीनगर में लगातार 4 दिनों तक पूछताछ की थी.
नईम खान वही नेता हैं जिसने न्यूज चैनल पर दिखाए स्टिंग ऑपरेशन में कैमरा पर पैसा के बदले हिंस भड़काने की बात स्वीकारी थी. एनआईए इस जांच में लश्कर-ए-तैयबा के अध्यक्ष हाफिज सईद और कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की भूमिका की भी जांच कर रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक सैयद अली शाह गिलानी, नईम खान, फारुख अहमद डर, गाजी जावेद बाबा जैसे हुर्रियत नेताओं को लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान के कई आतंकी संगठनों और एजेंसियों से कश्मीर में हिंसक गतिविधी करने के लिए फंडिंग दी जाती है.
बता दें कि कश्मीर में पिछले कई दिनों से तनाव का महौल बरकरार है. हिजबुल के आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से ही घाटी में हिंसक गतिविधियां तेज हो चुकी हैं. वहां आए दिन युवाओं की ओर से सेना पर पत्थरबाजी करने की खबरें सामने आ रही हैं, साथ ही आतंकी गतिविधियां भी बढ़ चुकी हैं.