नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं, हाल ही में एक नेशनल लेवल की महिला शूटर ने महिलाओं के लिए एक ऐसी मिसाल पेश की है जो अपने आप में साहस और सूझ-बूझ का परिचय देती ही है.
दिल्ली के भजनपुरा इलाके में जहां आयशा नाम की एक नेशनल लेवल की शूटर ने बदमाशों के चंगुल से अपने देवर को छुड़ाया सिर्फ इतना ही नहीं बदमाशों के पैर पर गोली मारकर उनको भी पुलिस के हवाले कर दिया. ये मामला गुरुवार रात का है जब आयशा अपने नेशनल शूटर पति के साथ किसी कार्यक्रम में गई हुई थी.
इसी दौरान उनके बड़े देवर का फोन आया जिसमें उन्होंने इनसे ₹25000 मांगे पूछने पर उन्होंने बताया कि छोटे भाई आसिफ को किसी ने किडनैप कर लिया है. आसिफ दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ता है, कॉल आने के बाद आयशा ने उस बंदूक का इस्तेमाल किया, जिसे वह अपने पर्स में रखा करती थीं. फिरौती की रकम लेकर अपहरणकर्ता ने एक तय जगह पर आयशा को बुलाया था.
आसिफ अपना खर्चा चलाने के लिए क्लास लेने के बाद कैब ड्राइविंग करता था, उस रात भी उसे दरियागंज से बुकिंग मिली, वह आरोपियों को बैठाकर चल पड़ा लेकिन बीच रास्ते में दोनों ने उसे अलग रूट से चलने की बात कही. आसिफ ने कहा कि मैंने उसी वक्त कार रोक दी और आगे जाने से इंकार किया, जिसके बाद उन्होंने मुझे धक्का मारकर मेरा पर्स भी छिन लिया. पर्स में 150 रुपए देखकर वह आगबबूला हो गए और उन्होंने आसिफ को पीटकर परिजनों को कॉल करने की धमकी दी.
इसके बाद फलक और उनकी पत्नी आयशा जो कि नेशनल लेवल के शूटर है कार्यक्रम छोड़कर वह किडनैपर्स को पैसे देने के लिए निकल गए इस दौरान उन्होंने
पुलिस को भी इत्तला कर दी थी, इस दौरान किडनैपर्स के साथ भी इनकी बात फोन पर लगातार हो रही थी. पुलिस भी पीछे पीछे चल रही थी, बदमाशों को जब शक हुआ तो वह आसिफ को मारने की बात करने लगे. आयशा ने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपनी गन निकाली और गोली चलाई जो सीधे जाकर आरोपी के पैर में लगी. पुलिस ने तुरंत वहां पहुंचकर इन बदमाशों को हिरासत में ले लिया.