नई दिल्ली: सियाचिन में तापमान माइनस 70डिग्री तक पहुंचा जाता. सियाचिन के युद्ध क्षेत्र में भारतीय फौज 1984 से तैनात है. सालभर यहां 10 हजार भारतीय जवान चौबीस घंटे तैनात रहेत हैं.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में पाकिस्तान वायु सेना के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों को बुधवार की सुबह सियाचीन ग्लेशियर के पास उड़ान भरी. समा टीवी के अनुसार, चीफ ऑफ एयर स्टाफ सोहेल अमान ने स्कर्दु एयरबेस का दौरा किया, जिस दौरान उनके साथ पाकिस्तान वायु सेना के शीर्ष अधिकारी भी थे.
करीब 5,500 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सर्वाधिक ऊंचाई वाला संघर्ष क्षेत्र माना जाता है. भारत ने 1984 में मेघदूत अभियान चलाया था, जिसके बाद भारत ने पूरे सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण कर लिया था.
भारतीय वायु सेना ने दावे को किया खारिज
भारतीय वायु सेना ने बुधवार को पाकिस्तानी वायु सेना के उस दावे का खंडन किया, जिसमें उसने अपने लड़ाकू विमानों द्वारा सियाचिन ग्लेशियर के ऊपर से उड़ान भरने का दावा किया है. भारतीय वायु सेना के सूत्रों ने पाकिस्तानी दावे को खारिज करते हुए कहा, “कोई हवाई अतिक्रमण नहीं हुआ है.” सियाचिन ग्लेशियर भारत के नियंत्रण में है.