ज़िंदगी जरूरी है इस पर कोई सवाल नहीं है. लेकिन जिंदगी जीने के लिए जो अजीबोगरीब तरीके अपनाए जाते हैं उस पर सवाल तो उठता है. जीने के लिए आदमी संघर्ष करता है और करना भी चाहिए. लेकिन आदमी जब जीने के लिए जिंदगी दांव पर लगा दे तो सवाल तो बनता है.
नई दिल्ली: ज़िंदगी जरूरी है इस पर कोई सवाल नहीं है. लेकिन जिंदगी जीने के लिए जो अजीबोगरीब तरीके अपनाए जाते हैं उस पर सवाल तो उठता है. जीने के लिए आदमी संघर्ष करता है और करना भी चाहिए. लेकिन आदमी जब जीने के लिए जिंदगी दांव पर लगा दे तो सवाल तो बनता है.
तस्वीरों के जरिए आपको आज पहली कड़ी में बताएंगे कि क्यों हम कह रहे हैं ज़िंदगी जरूरी है. ये तस्वीर देखकर आप सोच रहे हैं कि आखिर हमें इसे दिखाने की जरूरत क्यों पड़ी. इसमें नया क्या है. ये तो स्टंट है जो एक शख्स कर रहा है. जी नहीं इस तस्वीर के पीछे की हकीकत बिल्कुल अलग है.
जिस शख्स का सिर मगरमच्छ के मुंह में हो उसे स्टंट कैसे कहा जा सकता है. जरा सोचिए एक सेकंड के लिए मगरमच्छ का दिमाग घूमा तो फिर क्या होगा. यकीन मानिए ये शख्स जितनी बार भी मगरमच्छ के मुंह में अपना सिर डाल रहा है, वो मौत के मुंह में जा रहा है. यहां खड़े लोग तालियां तो बजा रहे हैं, लेकिन उनके दिल की धड़कन बढ़ी हुई है.
जरा सोचिए जिसका सिर मगरमच्छ के मुंह में होगा उसकी धड़कन कितनी बढ़ी हुई होगी. दरअसल ये स्टंट नहीं है. पापी पेट का सवाल है . पेट भरेगा तो जिंदगी की गाड़ी चलेगी क्योंकि कम से कम इतना तो है न कि ज़िंदगी जरूरी है. थाईलैंड के पटाया में मौत से आमना-सामना ऐसे ही रोजाना होता है बस देखने वाले रोज बदल जाते हैं.
ये सितंबर 2013 की तस्वीर है. ब्राजील की 2 लड़कियां नदी किनारे सेल्फी क्लिक करने पहुंची थीं. देखिए 10 सेकंड के भीतर क्या होता है ? जो लड़की नदी किनारे खड़े होकर तस्वीर खिंचा रही थी. वो मगरमच्छ के जबड़े में आ गई. एक झटके में मगरमच्छ ने लड़की को निगल लिया. पता ही नहीं चला कि लड़की गई कहां ?