कुशीनगर: यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ को खुश करने के लिए अफसर अजब गजब काम कर रहे हैं. कुशीनगर में प्रशासन ने गांववालों को ताकीद किया कि अगर सीएम योगी की सभा में जाना है तो साबून शैंपू से नहाकर जाएं. दरअसल यूपी के सीएम कुशीनगर के मैनपुर कोट दीनापट्टी के मुसहर टोले में आने वाले थे.
सीएम योगी ने 25 मई को कसया के मैनपुर दीनापट्टी गांव में इन्सेफेलायटिस टीकाकरण की शुरूआत की. जहां मुसहर जाति के बच्चों का टीकाकरण किया गया. जाहिर है इस कार्यक्रम में मुसहर जाति के लोगों को शामिल होना था लेकिन प्रशासन को इस बात की चिंता सता रही थी कि सीएम की सभा में आने वाले गरीब लोग साफ सुथरे न दिखे तो योगी नाराज़ ना हो जाएं इसलिए सभा से पहले ही गांव में जाकर साबुन और शैंपु बांट दिए.
इस बस्ती में शायद ही कोई ऐसी झोपड़ी हो, जहां किसी के पास सौ रुपये नगद हो और कुल संपत्ति हजार रुपये से ज्यादा, लेकिन योगी के अधिकारी इन्हें नहाने के लिए साबुन और शैंपू पकड़ा गए. कपड़ा धोने के लिए घड़ी साबुन और बाल धोने के लिए क्लिनिक प्लस शैंपू.
दीनापट्टी गांव के निवासी राजराम ने बताया कि योगी जी आने वाले हैं तो आंगनबाड़ी वालों ने साबुन शैंपू दिया. उन्होंने हमसे बोला कि योगी जी आने वाले हैं, नहा धोकर जाना है. शरीर से बदबू नहीं आनी चाहिए. बता दें कि इस बस्ती में 1800 लोग घास की झोपड़ी में रहते हैं. यहां गांव में एक कमरे का स्कूल है लेकिन कोई पढ़ने और पढ़ाने वाला नहीं है. इस गांव में न तो शौचालय है, न कोई समाजवादी पेंशन योजना पहुंची और न ही उज्जवला योजना, यहां तक की इस गांव में पानी के नाम पर अदद हैडपंप है.
अब ये अलग बात है कि गांव के गरीब लोग साबुन शैंपु लगाए बगैर योगी की सभा में चले गए. देखा जाए तो प्रशासन का इन लोगों की साफ-सफाई पर जोर देना अच्छी बात है लेकिन ये सिर्फ एक दिन के लिए ही क्यों और सिर्फ सीएम को दिखाने के लिए ही क्यों ? बता दें कि इससे पहले भी एक दिन के दिखावे का खेल यूपी के अफसर गाजीपुर में खेल चुके हैं. वहां शहीद के परिवार के घर जब सीएम का दौरा हुआ तो एसी और सोफा लगा दिया गया. घर में कालीन बिछा दी गई लेकिन सीएम के लौटते ही सारी चीजें समेट ली गईं.