गुवाहाटी : केंद्र में सरकार के तीन साल पूरे होने पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके लिए देश का हर कोना दिल्ली की तरह ही है और वह सबका विकास चाहते हैं. पीएम मोदी ने सभी देशवासियों को उन्हें देश का प्रधान सेवक बनाने के लिए धन्यवाद भी कहा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी परंपरा रहती है कि बड़े अवसर पर दिल्ली में जश्न मनाया जाए लेकिन हमारी सरकार के लिए देश का हर कोना दिल्ली है.
यहां पढ़ें पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें-
– मैंने तीन साल में देखा है कि जनता हमें सत्ता में पहुंचाकर भी सोई नहीं है
– जब लालकिला से पहली बार देश के सामने अपने विचार रखे तो लोगों को लगा कि यह कैसा प्रधानमंत्री है कि लालकिले से शौचालय की बातें कर रहा है
– मैंने कहा था कि मैं छोटा इंसान हूं, लेकिन छोटे-छोटे लोगों के लिए बड़े-बड़े काम करूंगा
– मैं गैस की सब्सिडी छोड़ने वाले लोगों को सिर झुकाकर नमन करता हूं
– अभी भी कुछ लोग यही कहते हैं कि हम इतने बड़े सहयोगी की कभी कल्पना नहीं करते थे, नोटबंदी के बाद लोगों में आक्रोश पैदा करने के लिए क्या कुछ नहीं किया गया
– सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से इतने बड़े निर्णय को लागू क्या जा सका. देश की जनता जरा सा भी नहीं डगमगाई
– सरकारें ऐसी चलती थीं कि संसद में पारित हुआ कानून भी फाइलों में बंद होकर रह जाता था. इससे बड़ी संसद की अवमानना क्या होगी
– एक समय था कि अच्छे से अच्छे ईमानदारी व्यक्ति पर भी सवालिया निशान लगे
– कुछ दिन पहले मुझे कुछ लोगों ने बताया कि उनके घर में चर्चा होती है कि पहले बेईमानी हुई होगी, लेकिन अब वक्त बदल गया है
– मैंने देश की जनता को जो वादा किया है, उसे निभाऊंगा. एक वक्त था जब देश में कालेधन का ही कोहराम था.
– पहले कालेधन की चर्चा होती थी लेकिन अब जनधन और डिजी धन की चर्चा होती है
– 3 साल एक दिन ऐसा नहीं रहा जब कोई नया इनिशिएटिव न लिया गया हो
– कथा इतनी लंबी है कि सराकार की उपलब्धियां महीनों तक गिनाई जा सकती हैं
– ऐसा हिंदुस्तान जिसमें माताएं-बहनें बराबर चलती हों, जो आर्थिक ऊंचाइयों को लेकर चले
वहीं आज पीएम मोदी ने सरकार के तीन साल पूरे होने पर ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे लंबे पुल को देश के नाम समर्पित किया. उद्घाटन के बाद चीन को चीत कर देने वाले इस पुल का पीएम ने जायजा लिया. इस पुल से पूर्वोत्तर का सफर कई घंटे छोटा हो जाएगा. वहीं, चीन के बॉर्डर तक सेना की पहुंच में भी अब ज्यादा वक्त नहीं लगेगा.