तेजपुर: चार दिन तक लगातार जारी सर्च ऑपरेशन के बाद आखिरकार वायुसेना के सुखोई-30 फाइटर जेट के मलबे को ढूढ़ लिया गया है. वायुसेना ने बयान जारी कर कहा है कि जिस जगह प्लेन का संपर्क टूटा वहां से गुमशुदा प्लेन का मलबा मिला है लेकिन खराब मौसम और गहरा जंगल होने की वजह से वहां तक पहुंचा नहीं जा सका है.
सुखोई-30 को खोजने का काम सशस्त्र सीमा बल की टुकड़ी को दिया गया है जो असम और अरुणाचल प्रदेश के बार्डर पर स्थित डोमारी इलाके के घने जंगलों में प्लेन की खोज कर रहे हैं.
इस प्लेन में दो पायलट सवार थे, उनका भी फिलहाल कुछ पता नहीं लगाया जा सका है. हालांकि कहा जा रहा है कि इतना बड़ा क्रैश होने के बाद दोनों के बचने की उम्मीद बहुत कम है.
गौरतलब है कि 23 मई को उड़ान भरने के बाद प्लेन का कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया था और पिछले चार दिनों से प्लेन को ढूढ़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.