नई दिल्ली: काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार पाकिस्तान से भारत लौटीं उजमा अहमद ने कहा कि पाकिस्तान में रहना मौत के कुएं में रहने जैसा है. इस्लामाबाद हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद आज ही भारत लौंटीं उजमा ने कहा कि वो भारत सरकार और खास तौर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का खास तौर पर धन्यवाद देना चाहती हैं जिन्होंने इस कठिक घड़ी में उन्हें अकेला नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि मैं अनाथ हूं जिसे गोद लिया गया था और अब मेरा कोई नहीं है.
उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री मुझे हर रोज फोन कर ठाठस बंधातीं थीं और कहती थीं कि हम हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं और वो बिलकुल भी ना घबराए. पाकिस्तान में बिताए अपने दिनों को याद करते हुए कई बार भावुक हुईं उजमा बार-बार पाकिस्तान स्थित भारतीय हाई कमीश्न को धन्यवाद देती रहीं.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के बनेर इलाके में महिलाओं की हालत नर्क में रहने जैसी है जहां हर रोज गोलियां चलने की आवाजें आती हैं. उन्होंने बताया कि वहां जो भी लड़की शादी के बाद आती है वो खूब रोती है. उन्होंने ये भी बताया कि वहां लगभग हर आदमी की दो शादियां हो रखी हैं.
आपको बता दें कि उजमा दिल्ली की रहने वाली हैं और मलेशिया में उनकी मुलाकात अली नाम के शख्स से हुई जिससे शादी के बाद वो पाकिस्तान आ गईं.