अमरावती : आंध्र प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष नन्नापनेनी राजकुमारी हाल ही में दो बलात्कार पीड़िताओं से मिलने के लिए अस्पताल पहुंची जहां वह दोनों की स्थिति को देख भावुक हो गई.
किंग जॉर्ज अस्पताल पहुंने के बाद पीड़िताओं को देख उन्होंने कहा कि बलात्कारियों की चमड़ी उधेड़ दी जानी चाहिए और सड़क पर जुलूस निकालना चाहिए. गौरतलब है कि 20 मई को तजांगी गांव में 8 आरोपियों ने दोनों नाबालिग लड़कियों के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था.
पीड़िताओं के साथ ये घटना उस वक्त हुई जब वह अपने दो दोस्तों के साथ स्थानीय मेला देखने के लिए गई, बारिश होने के चलते उन्होंने एक दुकान के नीचे शरण ली, इतने में आरोपी भी वहां पहुंचे और अपने साथ ले गए. आरोपियों ने पीड़िताओं के साथ स्कूल की बिल्डिंग में बलात्कार की घटना को अंजाम देने से पहले उनके दो दोस्तों को भी मारकर फेंक दिया.
नन्नापनेनी राजकुमारी जब पीड़िताओं से मिलकर अस्पताल से बाहर निकली तो उनकी आंखें नम थी. महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए उन्होंने कॉलेजों, छात्रावासों, कार्यस्थलों एवं अस्पतालों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगाने की मांग की.
महिला आयोग की अध्यक्ष नन्नापनेनी राजकुमारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आरोपियों ने पीड़िताओं के दोस्तों को मारने के बाद उनके साथ जंगली जानवरों जैसा व्यवहार किया. उन्होंने कहा कि हम कानून लाने की योजना बना रहे हैं, हर एक लड़की को जब भी वह घर से बाहर जाए उससे खुद के साथ चाकू लेकर चलना चाहिए जिससे कि अगर कोई भी उनके साथ जंगली जानवरों जैसा व्यवहार करते हुए रेप करने की कोशिश करता है तो लड़कियां खुद की आत्मरक्षा में आरोपी के प्राइवेट पार्ट पर हमला करें.
पीड़िताओं ने जब अपने साथ हई इस घटना की जानकारी परिजनों को दी तो इस बात पर ग्रामीणों ने पीड़िताओं को आरोपियों से 50 हजार रुपए दिलवाकर मामला रफा-दफा करने की बात कही, इस बात से पीड़िताओं ने साफ इंकार करते हुए पुलिस में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दायर करवाया.