लखनऊ : साल 1992 में अयोध्या में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में पूर्व बीजेपी सांसद राम विलास वेदांती समेत पांच लोगों ने लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. वेदांती के साथ चंपत राय, बीएल शर्मा, महंत नृत्य गोपाल और धर्मदास ने सरेंडर किया है.
इस मामले में वेदांती ने अप्रैल में बड़ा बयान देते हुए कहा था कि उनके कहने पर ही अयोध्या में विवादित ढांचे को तोड़ा गया है, इस विध्वंस में लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का कोई हाथ नहीं था.
वेदांती ने इस मामले में कहा था, ‘अयोध्या में मेरे कहने पर ही कारसेवकों ने ढांचा तोड़ा था. अशोक सिंघल, महंत अवैद्यनाथ भी शामिल थे. विध्वंस में आडवाणी-जोशी की भूमिका नहीं थी. वह तो कारसेवकों को रोक रहे थे.’
सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था अहम फैसला
बाबरी विध्वंस मामले में 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती सहित 13 अन्य नेताओं पर आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा चलाने का आदेश दिया था.
जिन 13 लोगों पर कोर्ट ने मुकदमा चलाने का आदेश दिया था उसमें एलके आडवाणी, उमा भारती के साथ-साथ साध्वी ऋतम्भरा, सतीश प्रधान, चंपत राय बंसल, मृत गिरिराज किशोर के नाम शामिल थे.