बहराइच : लखनऊ में तीन दिन पहले हुई आईएएस अनुराग तिवारी की मौत का मामला लगातार उलझता ही जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी अनुराग की मौत का कारण साफ ना होने के बाद अब आईएएस के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है. इसके अलावा अनुराग का परिवार इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करना चाहता है.
साथ ही परिवार अनुराग की मौत को हत्या और षड्यंत्र बता रहा है. भाई मयंक ने अनुराग की मौत पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि इस मामले में अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं. मयंक ने अनुराग की मौत को हत्या बताते हुए बड़ा बयान दिया है, उनका कहना है कि भाई के मौत के बाद उसके मोबाइल से छेड़छाड़ की गई और वो सभी रिकॉर्ड मिटाये गए जो उसके मोबाइल में मौजूद थे.
मयंक ने बताया की अनुराग की मां ने कई बार उसके मोबाइल में फोन किया था और भाइयों ने भी काल किया था, जबकि मौत के बाद जब मोबाइल देखा गया तो उसके सभी रिकॉर्ड्स गायब हो चुके थे.
‘फोरेंसिक टीम पर नहीं है भरोसा’
मयंक ने फोरेंसिक टीम पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि सैंपल की जांच कर रही डॉक्टर्स की टीम पर भी भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि फोरेंसिक लैब का डायरेक्टर पहले से ही दागी है, उन पर जांच चल रही है और वो पटना हाईकोर्ट से बेल पर चल रहे हैं.
‘पोस्टमार्टम की टीम ने जल्दबाजी में किया काम’
मयंक ने तीसरा बड़ा पोस्टमार्टम के लिए बनाई गई टीम पर लगाया है. उनका कहना है कि जो टीम गठित हुई उसके डॉक्टर्स ने भी बहुत ही जल्दबाजी में केवल खाना पूर्ति के लिए पोस्टमार्टम किया है, ताकि हत्या के कारणों का पता नहीं चल सके. मयंक तिवारी ने बताया की उनका परिवार हत्या का खुलासा करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करना चाहता है और इस मर्डर मिस्ट्री की जांच केंद्र सरकार की सीबीआई से कराई जाये और इस मौत के मामले की जांच सेंट्रल टीम ही करे.
मयंक तिवारी ने बताया की भाई की 100 प्रतिशत हत्या करवाई गई है. मयंक के बताये जाने के अनुसार 2 माह पूर्व ही आईएएस अनुराग ने ये अंदेशा जता दिया था कि सब कुछ ठीक नहीं है, उसके भाई से बात करने के अनुसार अनुराग तिवारी की 5 माह की सेलरी भी कर्नाटक सरकार ने रोक दी थी. अनुराग के परिजन अपने बेटे के पास कर्नाटक जाना चाहते थे, लेकिन अनुराग ने ये कहकर मना कर दिया की अभी यहां आना ठीक नहीं है इसलिए उसने अपने माता-पिता को भी नहीं बुलाया.