श्रीनगर: केंद्रीय रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की. बताया जा रहा है कि कश्मीर में आतंकी हमले और पथराव की घटनाएं बढ़ने को लेकर ये समीक्षा बैठक थी. जेटली ने सेना को निर्देश दिया कि नियंत्रण रेखा पर कड़ी नजर रखी जाए.
जेटली ने कमांडरों से नियंत्रण रेखा के इर्द गिर्द कड़ी निगरानी रखने और सीमापार से किसी भी तरह के दुस्साहस का माकूल जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा है. बता दें कि इस उच्चस्तरीय बैठक में नवनियुक्त रक्षा सचिव संजय मित्रा और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी शामिल हुए.
अरुण जेटली का बयान इस मायने में भी अहम है क्योंकि हाल ही में कश्मीर में सीमा पार से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया गया और हाल ही में पाक सैनिकों ने दो भारतीय सैनिकों की बर्बर हत्या कर दी थी.
जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति और सभी सरकारी एजेंसियों के बीच करीबी समन्वय के जरिये घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उठाए जा रहे कदमों से रक्षा मंत्री को अवगत कराया गया. उन्हें नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोकने का तंत्र मजबूर करने के विभिन्न उपायों के बारे में भी बताया गया.
सूत्रों के मुताबिकि, जेटली ने सैनिकों के त्याग, बलिदान और देशभक्ति के जज्बे की प्रशंसा की और कहा कि पूरे देश को उन पर नाज है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि किसी भी कीमत पर मासूम लोगों की सुरक्षा खतरे में नहीं पड़नी चाहिए.