नई दिल्ली : पूर्व सॉलीसीटर जनरल और इंटरनेशनल कोर्ट में कुलभूषण जाधव का केस लड़ रहे वरिष्ठ वकील के बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बड़ा खुलासा किया है. सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया कि जाधव का केस लड़ने के लिए साल्वे ने अपनी फीस के तौर पर सिर्फ एक रुपया लिया है. एक ट्वीटर फॉलोअर के द्वारा साल्वे पर निशाना साधने के जबाव में विदेश मंत्री ने ये जानकारी दी.
कल (15 मई) को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण मामले में सुनवाई हुई थी. जिसमें भारत की ओर से पैरवी करने वाले वकील हरीश साल्वे ही थे. कल पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाने की अपील पर सुनवाई पूरी हो गई है. भारत और पाकिस्तान का पक्ष सुनने के बाद ICJ ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
वहीं इस मामले में कोर्ट का कहना था कि जल्द से जल्द इस मामले में अपना फैसला सुना देगा और फैसले की जो भी तारीख तय की जाएगी उसकी जानकारी दोनों पक्षों को दे दी जाएगी.
बता दें कि कल भारतीय समय अनुसार 1 बजकर 30 मिनट से भारत ने अपना पक्ष रखना शुरू किया था और उसे 90 मिनट का समय मिला था. शाम को पाकिस्तान ने अपना पक्ष रखा और उसे भी 90 मिनट का समय दिया गया. इस मामले में भारत ने विएना समझौते का हवाला देते हुए जाधव की फांसी पर रोक लगाने की मांग की है. पाकिस्तान ने इंटरनेशनल कोर्ट में कुलभूषण जाधव के कबूलनामे का वीडियो दिखाने की अपील की थी. लेकिन कोर्ट ने कहा-वीडियो सबके पास है और कोई भी उसे देख सकता है.
अंतर्राष्ट्रीय अदालत में भारत ने कहा कि जाधव को बिना बताए ट्रायल शुरू कर दिया गया था. जवाब में पाकिस्तान ने दावा किया उसने भारत को शामिल होने के लिए चिट्ठी भेजी थी. भारत ने कहा कि डर है कि कुलभूषण मामले में सुनवाई पूरी होने से पहले ही कहीं उसे फांसी न दे दिया जाए.
वहीं, पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत ने इंटरनेशनल कोर्ट का इस्तेमाल सियासी ड्रामे के तहत किया. भारत ने दलील दी कि पाकिस्तान ने कुलभूषण को कॉन्सुलर एक्सेस नहीं दिया और उसकी कोई वजह भी नहीं बताई. जबकि पाकिस्तान बार-बार कुलभूषण के कथित कबूलनामे वाले वीडियो दिखाने की बात करता रहा जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया.