मुंबई: शहर में पिछले तीन सप्ताह से 26 पाकिस्तानी नागरिकों के अचानक गायब होने की खबर आ रही है और इनके लापता होने से पूरे शहर में हड़कंप मच गया है. वहीं सूचना मिलते ही पुलिस ने इनकी तालाश शुरू कर दी है.
बता दें कि ये पाकिस्तानी पिछले 10 सालों से मुंबई में रह रहे थे. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये इन 26 लोगों में से किसी ने भी अपने बारे में कोई जानकारी नहीं मुहैया कराई थी. इन 26 में से एक शख्स करीब 10 सालों से जुहू में रह रहा था और इसी इलाके में उसकी चाय की दुकान थी.
जुहू समेत शहर के अन्य इलाकों में स्थित विभिन्न होटलों, लॉजों और संदिग्ध ठिकानों की तलाश लेकर पुलिस इनके बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है. पुलिस का कहना है सी-फार्म भरते समय इन लोगों में से किसी ने भी यह नहीं बताया था कि वे कहां और किसके साथ रह रहे हैं. फॉर्म में अधूरी जानकारी का पता तब चला जब जब इन नागरिकों का पता करने की कोशिश की जा रही थी.
सी-फॉर्म वह डॉक्यूमेंट होता है जिसे भारत आने वाले सभी पाक नागरिकों को भरना होता है. इसमें पाकिस्तान की तरफ से बताया जाता है कि वहां किस होटल में और किस नाम से ठहरेगा. इसके अलावा रुकने की अवधि, पासपोर्ट की कॉपी, वीजा और रेजिडेंशल परमिट की जानकारी इस फॉर्म में देनी होती है.
महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वॉयड (एटीएस) को इंटेलीजेंस एजेंसीज की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर ये सभी पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के जासूस थे तो देश की आर्थिक राजधानी पर बड़ा खतरा हो सकता है. महाराष्ट्र एटीएस ने मुंबई के सभी होटलों और लॉज में उन्हें तलाशने के लिए टीमें भेजी हैं और तालाश जारी है.