नई दिल्ली : शुक्रवार को चुनाव आयोग ने ईवीएम छेड़छाड़ के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि भविष्य में होने वाले सभी चुनाव में वोटर-वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों से ही कराए जाएंगे. इस दौरान आयोग ने फिर से कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में छेड़छाड़ की संभावना नहीं हैं.
शुक्रवार को दिन भर चली सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने राजनीतिक पार्टियों को ईवीएम को हैक करने के लिए दो दिन का समय दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग ने बताया कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है. चुनाव आयोग ने कहा कि आपको दो दिन रविवार और सोमवार को मशीन दी जाएगी. सभी पार्टी अपने एक्सपर्ट लेकर आएं और गड़बड़ी साबित करे.
आयोग की इस बैठक में राष्ट्रीय स्तर की 7 और राज्य स्तर की 35 से ज्यादा छोटी-बड़ी राजनीतिक पार्टियां शामिल हुईं. इसके साथ ही आप, बीजेपी, टीएमसी , कांग्रेस और सीपीएम समेत कई पार्टी के के बड़े-बड़े नेता भी शामिल हुए.
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के बाद आप, कांग्रेस, बसपा और सपा समेत कई पार्टियों ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर सवाल उठाए थे. यूपी चुनाव में मिली हार के बाद मायावती ने तो वहीं पंजाब और एमसीडी के चुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में छेड़छाड़ की शिकायत की थी.जिसके बाद चुनाव आयोग ने यह बैठक बुलाई.
वहीं गुरुवार को आप कार्यकर्ताओं ने ईवीएम को बंद कराने की मांग को लेकर चुनाव आयोग के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया था. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व गोपाल राय ने किया. कार्यकर्ताओं ने आयोग के सामने ईवीएम में गड़बड़ी और वोटों की चोरी को लेकर नारेबाजी की, साथ ही लोकतंत्र की हत्या बंद करो जैसे नारे भी लगाए गए थे. इसके अलावा दिल्ली विधानसभा में एक दिन की विशेष कार्यवाही के दौरान आम आदमी पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज की ओर से ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन से छेड़छाड़ कर दिखाने के बाद यह विवाद और भी बढ़ गया.