नई दिल्ली: पिछले काफी समय से देश में गाय और गौरक्षा पर बहस छिड़ी हुई है. इसी बीच अब जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने मोदी सरकार से गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की अपील की है.
कथित गौरक्षकों द्वारा गौरक्षा के नाम पर की जा रही हिंसा से उपजे भय के माहौल में उन्होंने सरकार से मांग की है कि गाय को राष्ट्रीय पशु बनाया जाए, ताकि गौरक्षकों से मासूम लोगों को बचाया जा सके. उन्होंने पीएम मोदी को याद दिलाया कि उन्होंने गौरक्षकों के भेष में अपराध करने वालों को सजा दिलाने की बात कही थी.
एक प्रेस कांफ्रेस में मौलाना मदनी ने कहा कि सरकार को गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कर देना चाहिए और हम इसका समर्थन करेंगे. गौरक्षक विश्वास का लाभ उठा रहे हैं. वो मासूम लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं, उन्हें मार रहे हैं. वो लूटपाट की घटना को भी अंजाम दे रहे हैं. और गौरक्षा के नाम पर निर्दोषों की हत्या कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का कानून बनाएं. हम सभी सरकार के इस फैसले के साथ हैं. गाय को राष्ट्रीय पशु बनाया जाना चाहिए. हम इसका समर्थन करते हैं.
मौलाना मदनी के मुताबिक, हम अपने हिंदू भाइयों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं, मगर इसका ये मतलब नहीं कि कोई भी कानून अपने हाथ में ले ले. उन्होंने कहा कि गौरक्षकों को कानून हाथ में लेने की आजादी देने से विदेशो में देश की गलत छवि बनती है. इससे सभी जगह एक लगत संदेश जाएगा. अगर गाय को राष्ट्रीय पशु बना दिया जाता है, तो इससे गौरक्षा के नाम पर होने वाली घनटाओं में कमी आएगी.