नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एतिहासिक फैसला सुनाते हुए चारो दोषियों मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को फांसी की सजा सुनाई है. तीन जजों की बैंच ने सर्वसम्मति से चारों को हाईकोर्ट से मिली फांसी की सजा के फैसल को बरकार रखने का निर्णय सुनाया.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में विस्तृत फैसला सुनाते हुए इसे जघन्यतम अपराध मानते हुए कहा कि इस मामले में फांसी की सजा से कम कोई सजा नहीं बनती है.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में पूरे वाक्ये का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह ना सिर्फ पीड़िता से रेप किया गया बल्कि दरिंदगी की हद को पार करते हुए उसके अंदरुनी हिस्से में रॉड डाली गई जो दोषियों की निकृष्ठतम सोच और अपराध को दर्शाता है.
सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही चारों दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखने का फैसला सुनाया वैसे ही कोर्ट रूम में तालियां बजने लगी.