नई दिल्ली: पतंजलि आयुर्वेद के प्रमोटर बाबा रामदेव ने अपने ग्रुप को लेकर ऐसा दावा किया कि बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के होश उड़ जाएं. बाबा ने कहा कि उनका ग्रुप 10 हजार करोड़ को पार कर गया है और अगले एक-दो साल में 20 हजार करोड़ तक पहुंच जाएगा.
बाबा रामदेव ने आयुर्वेदिक दवाओं से लेकर आटा, बिस्किट, चावल, दाल, तेल, घी और जूस जैसी तमाम चीजें बेचने वाले पतंजलि ग्रुप के पिछले साल के टर्नओवर पर चौंकाने वाले दावे किए. बाबा ने तरक्की के ऐसे आंकड़े रखे कि विदेशी कंपनियों के CEO भी कपालभाति करने पर मजबूर हो जाएं.
टूथपेस्ट बेचकर कमाए 940 करोड़
रामदेव के मुताबिक पतंजलि ग्रुप की उत्पादन क्षमता 30 से 40 हजार करोड़ सालाना की है. अगले साल तक ये 60 हजार करोड़ तक होगी. पतंजलि ग्रुप नोएडा में यूनिट लगाएगा जहां 20 से 25 हजार करोड़ रुपये के उत्पाद तैयार होंगे. रामदेव ने दावा किया कंपनी ने टूथपेस्ट बेचकर 940 करोड़ रुपये कमाए और देसी घी से 1467 करोड़. लेकिन कुछ उत्पादों पर भ्रम फैलाने वाले से वो नाराज़ भी दिखे.
पतंजलि आयुर्वेद का सफरनामा
पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना साल 2006 में हुई थी. इस समय ये कंपनी आयुर्वेदिक दवाइयों के साथ ही कई तरह के खाने-पीने का सामान भी तैयार करती है. जल्दी ही ये कंपनी लोगों को स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए रेस्त्रां के व्यवसाय में भी उतरने वाली है. यानी पंतजलि रेस्टोरेंट खोलने पर विचार चल रहा है. यही नहीं पतंजलि जींस के साथ कपड़ों के उद्योग में भी कदम रखने की तैयारी है. पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड पूरी तरह से स्वदेशी कंपनी है. दूसरी कंपनियों की तुलना में पतंजलि आयुर्वेद के उत्पाद सस्ते हैं.
अंदर की बात
अंदर की बात ये है कि स्वामी रामदेव ने अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए स्वदेशी की राह पकड़ी. स्वदेशी के साथ ही उन्होंने अपने उत्पादों की कीमत विदेश कंपनियों के मुकाबले कम रखी. दोनों वजहों से कंपनी की लोकप्रियता और विस्तार बहुत तेजी से हुआ है.