लखनऊ: यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ आई शिकायत को राज्यपाल राम नाईक ने सीएम योगी आदित्यानथ को भेजा है और इस पर उचित कार्रवाई करने को कहा है. रामपुर के एक कांग्रेस नेता ने राज्यपाल को भेजे पत्र में आरोप लगाया था कि आजम ने वक्फ की संपत्तियों और सरकारी इमारतों पर कब्जा किया है. जिसकी जांच हो.
नाईक ने पत्र में राज्यपाल राम नाईक ने 14 बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए कार्रवाई करने की सिफारिश की है. कांग्रेस नेता ने शिकायत में कहा है कि आजम खान ने यूसुफ गार्डन में वक्फ़ बोर्ड की जमीन को गैर कानूनी तरीके से अपने करीबी सहयोगी शाहजेब खां और उनकी वाइफ के नाम करवा दिया. ये पूरी जमीन करीब साढ़े तीन एकड़ थी.
आरोप ये भी है कि आज़म ने इस प्रॉपर्टी में अपने बेटे को सीक्रेट पार्टनर बनवा दिया और बाद में इस जमीन को बेचकर करोड़ों का मुनाफा कमाया. हालांकि दूसरी ओर आजम खान इन आरोपों को खारिज कर दिया है. आजम ने कहा है कि जो जमीन पर बोझ होता है, उसकी शिकायत नहीं होती है. भौंकने वाले मेरे पीछे इतने भौंकते हैं कि मेरी सारी जिंदगी भगाने में गुजर गयी है.
प्रदेश के वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि हमारे मंत्रालय ने शिया और सुन्नी दोनों ही वक्फ बोर्डों में व्याप्त भ्रष्टाचार के सिलसिले में वक्फ काउंसिल की रिपोर्ट सीएम योगी को सौंप दी हैं. अब सीएम ही तय करेंगे कि आजम केस मामले की किस एजेंसी से जांच करानी है, क्योंकि हमारे पास जो शिकायतों आईं हैं उनमें सीबीआई जांच की मांग भी की गयी है.
शिया धर्मगुरु ने लगाए गंभीर आरोप
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने आजम खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आजम खान पर उन्होंने वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. कल्बे जव्वाद के अनुसार सिर्फ एक शहर में वक्फ बोर्ड की जमीनों में करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ है.
कल्बे जव्वाद ने कहा कि मेरठ में जो बहुत बड़े-बड़े औकाफ बिकवाए हैं उसके कागजात हमारे पास मौजूद हैं. इनकी यूनिवर्सिटी की सुन्नी वक्फ में हजारों फाइलें जला दी गई, उसकी सुनवाई नहीं हुई. हजारों वक्फ खत्म कर दिए गए, उनकी फाइलें जला दी गईं. इसलिए हमारी मौजूद सरकार से मांग है कि वक्फ बोर्ड की जमीनों के घोटाले की सीबीआई जांच कराई जाए.