नई दिल्ली: विजय माल्या को भारत लाने के लिए केंद्र सरकार अपनी कमर कस चुकी है. आज विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भारत और ब्रिटेन के गृह सचिव के बीच वार्ता हुई. वार्ता के दौरान भारत ने विजय माल्या को लेकर ब्रिटेन की ओर से किये गये प्रयासों की सराहना की. बता दें कि विजय माल्या पर 9 हजार करोड़ रुपये के कर्ज चुकता नहीं करने का आरोप है.
बैठक में भारत ने ब्रिटेन से कहा कि वह शराब कारोबारी विजय माल्या की प्रत्यर्पण जल्द से जल्द सुनिश्चित करे. केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने ब्रिटेन के सामने विजय माल्या के मुद्दे को उठाया. गृह मंत्रालय ने कहा कि भारत प्रत्यर्पण के मामलों में ब्रिटेन की मदद करेगा.
बैठक में ये बात स्पष्ट हो गई है कि भारत और ब्रिटेने एक-दूसरे की मदद करेगा. सूत्रों की मानें, तो इस मीटिंग में दोनों देशों के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर भी बातचीत हुई.
गौरतलब है कि पिछले माह लंदन में माल्या की गिरफ्तारी हुई थी. हालांकि, गिरफ्तारी के महज तीन घंटे बाद ही उसे जमानत भी मिल गई थी. उसी के बाद से भारत सरकार ने माल्या को वापस लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं. माल्या को भारत लाने के लिए सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी लंदन में डेरा डाल चुकी है.
बता दें कि शराब कारोबारी विजय माल्या 2 मार्च 2016 को भारत से भागकर ब्रिटेन में रह रहा है. उसके ऊपर भारतीय बैंकों के करीब 9 हजार करोड़ रुपये न चुकाने के आरोप हैं. भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण की हर संभव कोशिश कर रही है. इसी सिलसिले में ये मीटिंग काफी अहम थी.