चंडीगढ़: शहीद जवानों के शव से बर्बरता पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को भड़कते हुए कहा है कि भारतीय सेना को एक के बदले दुश्मन के तीन सिर काटने चाहिए. 1965 की जंग के वक्त सेना में सेवाएं दे चुके सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दे. तभी हम पाकिस्तान से हर खून के कतरे का बदला ले पाएंगे.
सिंह ने कहा कि हमें सज्जनों की सेना बनना बंद करना चाहिए. अगर वे (पाकिस्तान) हमारा एक सिर काटते हैं तों हमें उनके तीन सिर काटने चाहिए. उन्होंने कहा कि अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभाने वाले सेना के जवानों को खतरनाक परिस्थियों में दुश्मनों से निपटने के लिए खुली छूट मिलनी चाहिए.
सिंह ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि हमारे सेना के शहीद जवानों के साथ जिसने भी बर्बरता की है उसको कड़ा जवाब मिलना चाहिए, ताकि वे कभी इस हरकत न कर सकें. अमरिंदर ने साफ किया कि वह भारतीय सेना को ज्यादा शक्तियां देने तक जम्मू कश्मीर में बातचीत का समर्थन नहीं करते.
बीएसएफ के एडीजी डीजी केएन चौबे ने को बताया कि हमारे जवानों पर हमला करने वाली पाकिस्तानी टीम में मुजाहिदीन भी शामिल थे. इस घटना से देशभर में गुस्से का माहौल है. सोमवार को जब एक टीम रेगुलर गश्त के लिए जा रही थी, तब उसमें 6 जवान बीएसएफ और 3 जवान आर्मी के थे.
बीएसएफ के एडीजी ने आगे कहा कि गश्त के वक्त पाकिस्तान की तरफ से फॉरवर्ड डिफेंस और दो एम्बुश टीम ने एक साथ जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. इसी दौरान बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ने मौके का फायदा उठाया. बैट टीम और मुजाहिदीन ने योजनाबद्ध तरीके से इस हमले को अंजाम दिया. साथ ही उन्होंने ऐसे हालात से निपटने के लिए सेना की रणनीति बदलने की भी बात कही.