नई दिल्ली : ईवीएम छेड़छाड़ के मुद्दे पर चुनाव आयोग ने 12 मई को राजधानी दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है. सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में ईवीएम को लेकर कुछ पार्टियों की ओर से जताई जा रही आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
इससे पहले 29 अप्रैल को चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) का उपयोग कर आयोग आगामी चुनाव प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि वीवीपीएटी के फायदों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए एक अभियान शुरू किया जाएगा.
बता दें कि पिछले दिनों संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम सिस्टम के लेकर संदेह जताया है और उसकी पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए हैं. लेकिन चुनाव आयोग साफ कर चुका है कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है.
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव के अलावा दिल्ली के एमसीडी चुनाव में कई राजनीतिक दलों ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. साथ ही इसके स्थान पर मतपत्र का इस्तेमाल करने की वकालात की थी.
ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वालों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बसपा नेता मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव प्रमुख हैं. इसके अलावा कई अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी इनके सुर में सुर मिलाया था.