नई दिल्ली: कहते हैं धरती पर यहां शिव साक्षात् बसते हैं. गिरिराज हिमालय की इन पवित्र चोटियों के बीच बसे भोलेनाथ के इस पवित्र मंदिर में आज देश के प्रधानमंत्री पहुंचे. और उन्होंने पूरे विधि विधान से इस मंदिर में रुद्राभिषेक किया.
केदार के गर्भगृह में प्रधानमंत्री के रुद्राभिषेक का क्या कोई विशेष मतलब है. क्या कोई मन्नत मोदी ने मांगी, पूरी हुई मन्नत के बाद रुद्राभिषेक किया. जब 132 करोड़ लोगों की तरफ से साक्षात् शिव के स्वरूप केदार को देश के प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़कर नमन किया.
प्रधानमंत्री मोदी केदारघाटी में जब पहुंचे ये तस्वीर ठीक उसी वक्त की है. देखिए सामने गिरिराज हिमालय की चोटियां कैसे बर्फ से ढकी पड़ी हैं. केदार घाटी के तीन तरफ…तीन पहाड़ हैं . ये सामने जो बर्फ की सफेद चोटियां केदार मंदिर के ठीक पिछले हिस्से में दिख रही है.
समुद्र तल से करीब 22 हजार फीट ऊंची. अब इधर देखिए ये बांयी तरफ वाली चोटी खर्चकुंड पहाड़ी है. ऊंचाई है करीब 21 हजार 600 फीट. अब ये तीसरी तरफ देखिए ये भरतकुंड है. 22 हजार 700 फीट ऊंचा . इनके बीच केदार हैं यहां अपने शीर्ष पर धर्मध्व्ज लिए है.
तीन पहाड़ियों के बीच यहां पांच नदियों का संगम है . मंदाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णगंगा. और इस पंच संगम के बीच यहां घाटी में मौजूद हैं. केदारनाथ साक्षात् शिव के प्रतिरूप है.