नई दिल्ली: ये है सुपरजाइंट के कंगारू कप्तान का वो इकबालिया बयान है जो पूरे सीजन में धोनी की अहमियत समझते हुए पहली बार उनके मुंह से निकला है. ये मतलब की यारी स्मिथ ने फ्री में नहीं की है बल्कि बदले में मिला है धोनी का वो आर्शीवाद.
जो सिर्फ बतौर बल्लेबाज बतौर विकेटकीपर नहीं है बल्कि बिना कप्तानी के भी धोनी टीम को दे रहे हैं. दरअसल लगातार तीन हार के बाद धोनी ने 22 अप्रैल को बल्ले से मैच फिनिशर के तौर पर आखिरी गेंद पर चौका मार पुराना रूप क्या दिखाया.तभी से स्मिथ माही की शरण में जाने की सोच रहे थे.
टीम में इज्जत मिली सम्मान मिला तो बल्ले से स्कोर भी निकलने शुरु हुए और फिर से माही का दिमाग सुपरफास्ट चलने लगा . धोनी की हर कला के मुरीद होकर तारीफ में कसीदें पढ़ने वाले ये वही स्मिथ हैं.जो सीजन शुरू होने पर किसी से सलाह ना लेने जैसे कड़े बयान दे रहे थे.
जिसके बाद पूरे देश ने विकेटों के पीछे धोनी का बुझा हुआ चेहरा बंधे हुए हाथ देखे थे. लेकिन स्मिथ ने मजबूरी में ही यारी की तो अब हर तरह से धोनी पुणे के लिए जीत की गारंटी बनते जा रहे हैं. आंकड़ो से भी ज्यादा खास है धोनी का प्लानिंग का हिस्सा बनना.जिससे ना सिर्फ स्मिथ का बोझ कम हुआ है.
बल्कि टीम को दनादन जीत भी मिल रही है.तभी तो 10 मैचों में 12 प्वाइंट्स के साथ पुणे सुपरजाइंट का प्लेऑफ का टिकट भी लगभग पक्का हो गया है. आज विराट चैपियंस ट्रॉफी में किसी का टिकट काटेंगे. मैच दिल्ली बनाम हैदराबाद होगा. लेकिन फैसला लंदन का होगा. युवराज की ही तरह नेचुरल स्ट्राक प्लेयर हैं दिल्ली के ऋषभ पंत.बल्ला भी युवी की ही high backlift से आता है.