कहां से आई जानवरों की खाल और खोपड़ी ?

36/4 नंबर का ये आलिशान बंगला देखने में तो दूसरे आम बंगलों की तरह ही है.लेकिन इस बंगले की चहार दिवारी से जो राज बाहर निकल कर आए हैं.उसने सबके होश उड़ा दिए हैं. एक रिटायर्ड कर्नल के घर में ऐसी-ऐसी चीज़ें देखकर हर कोई सन्न है.

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कहां से आई जानवरों की खाल और खोपड़ी ?

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  • April 30, 2017 5:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: 36/4 नंबर का ये आलिशान बंगला देखने में तो दूसरे आम बंगलों की तरह ही है.लेकिन इस बंगले की चहार दिवारी से जो राज बाहर निकल कर आए हैं.उसने सबके होश उड़ा दिए हैं. एक रिटायर्ड कर्नल के घर में ऐसी-ऐसी चीज़ें देखकर हर कोई सन्न है.
 
इस बंगले में अंदर क्या चल रहा था. दर्जनों हथियारों के जरिए कौन सा खेल खेला जा रहा था. बंगले में बने मिनी ऑफिस में कैसा बिजनेस हो रहा था. ये सब आपको बताएंगे. लेकिन उससे पहले आपको दिखाते हैं कि  डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेन्स यानी DRI की छापेमारी में इस बंगले से क्या-क्या बरामद हुए हैं.
 
अब सवाल ये उठता है कि इस बंगले में इतनी बड़ी संख्या में जानवरों की खाल, सींग और खोपड़ी कहां से आई? इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए फिलहाल पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को तस्वीरों में नजर आ रहे इस शख्स की तलाश है.
 
दरअसल DRI की टीम शनिवार को रिटायर्ड कर्नल देवेन्द्र घर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी करने पहुंची थी. लेकिन छापेमारी के दौरान टीम के सदस्यों की नजर जब जानवरों की इन खालों और सींगों पर पड़ी तो सब सन्न रह गए.
 
DRI की छापेमारी के दौरान रिटायर्ड कर्नल देवेन्द्र कुमार तो घर पर मौजूद थे. लेकिन उनका बेटा प्रशांत विश्नोई फरार था .DRI के मुताबिक कर्नल इस पूरे मामले से खुद को अंजान बता रहे हैं. देखिए छापेमारी में इतने हथियार मिले कि पुलिस की गाड़ी में जगह कम पड़ गई.
 
इन डिब्बों में विदेशी हथियार है. जबकि कार्टन कारतूस और पिस्टल से भरे पड़े हैं. बताया जा रहा है कि ये सब प्रशांत विश्नोई ने ही इकट्ठा किए थे.अब इस बड़े से बक्से को देखिए ये डीप फ्रीजर है. इसे आम तौर पर रेस्टोरेंट या फिर होटलों में खाने के सामान को ताजा रखने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है. लेकिन इस बंगले में इस डीप फ्रीजर को प्रतिबंधित जानवरों का मांस रखने के लिए इस्तेमाल हो रहा था.
 
इसी डीप फ्रीजर से जांच अधिकारियों को 117 किलो जानवरों का मांस बरामद हुआ है.प्रशांत विश्नोई शुरुआत में शूटिंग का खिलाड़ी था. निशानेबाजी में वो भले ही बड़ी पहचान तो नहीं बना पाया. लेकिन अपने हथियार चलाने के हुनर के दम पर वो लाखों-करोड़ों रुपए कमाता रहा. पिछले दिनों उसने नीलगायों का लाइव शिकार किया था. 

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