मालवा: जब भी लगता है कि देश और समाज जात-पात से ऊपर उठकर तरक्की के रास्ते पर चल पड़ा है तभी कुछ ऐसी खबरें आती हैं जो बताती हैं कि कुछ लोग देश को पीछे खींचकर धरातल पर गिराने के लिए आमादा हैं.
ऐसा ही कुछ मामला मध्य प्रदेश के मालदा जिले का है जहां दलित जाति के एक शख्स की इच्छा थी कि उसकी बेटी की शादी में जब बारात आए तो वो बैंड-बाजे के साथ दामाद का स्वागत करे, लेकिन समाज के ऊंचे लोगों को ये बर्दाश्त नहीं हुआ. कहा गया कि निचली जात वाले सिर्फ ढ़ोल ही बजा सकते हैं और अगर बैंड बजवाया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा.
पिता ने प्रशासन को मामले की जानकारी दी और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में बारात आई, बैंड भी बजा, कोई परेशानी नहीं हुई. लेकिन बाद में आरोप है कि ऊंची जात वाले लोगों ने बैंड वाली बात का बदला लेने के लिए दलितों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कुएं में मिट्टी का तेल डाल दिया.
आग की तरह खबर फैली और फिर शनिवार शाम डिस्टिक कलेक्टर डी वी सिंह और एस पी आर एस मीना गांव में आए और उसी कुंए का पानी पिया ताकि लोगों के दिमाग से डर निकाला जा सके. उन्होंने ऊंची जात वाले कुछ लोगों से बी बात की. डिस्टिक कलेक्टर ने ये भी एलान किया कि जहां दलित रहते हैं वहां दो बोरवेल खुदवाए जाएंगे ताकि उन्हें भविष्य में ऐसी कोई दिक्कत ना हो. वहीं एसपी मीणा ने कहा कि वो मामले पर नजर बनाए हुए हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है.