कुपवाड़ा : जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के पंजगाम में सेना पर गुरुवार की सुबह-सुबह ही आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसके बाद जवानों ने भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया था. इस हमले में एक कैप्टन और दो जवान शहीद हो गए और 6 घायल हैं, हालांकि जवाबी कार्रवाई के दौरान दो आतंकियों को भी जवानों ने ढेर किया.
इस कार्रवाई में दो आतंकियों को मौत के घाट उतारने वाले बहादुर जवान ऋषि कुमार इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं. ऋषि ने घायल होने के बाद भी दो आतंकियों को मौत के घाट उतारा.
कुपवाड़ा में जब आतंकियों ने हमला किया उस वक्त फील्ड आर्टिलरी रेजिमेंट के गनर ऋषि कुमार ड्यूटी पर थे, उन्होंने आतंकियों को अपनी ओर आता देख उनके करीब आने का इंतजार किया और फिर जब आतंकी पास पहुंचे तब ऋषि आतंकियों से भिड़ गए.
मुठभेड़ के दौरान ऋषि के सिर पर आतंकियों ने गोली चलाई, लेकिन उन्होंने बुलेट प्रुफ पटका पहना हुआ था, इसलिए उन्हें गोली लगी नहीं, हालांकि वह इससे जमीन पर गिर गए, लेकिन उसके बाद वह तुरंत ही संभल गए. उन्होंने आतंकियों पर फायरिंग की और दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया.
इसी दौरान उनकी गोलियां खत्म हो गई, वह बंकर से बाहर आए और मरे हुए आतंकियों के हथियार उठाने की कोशिश की, लेकिन उसी वक्त एक अन्य आतंकी ने उन पर हमला कर दिया और उनके पैर में गोली लग गई, जिसके बाद आतंकी वहां से भाग गया.
बता दें कि ऋषि कुमार बिहार के आरा के रहने वाले हैं और पिछले 8 साल से सेना में हैं. बता दें कि कुपवाड़ा में शहीद होने वालों में एक कैप्टन, एक जेसीओ और एक जवान शामिल हैं.
शहीद होने वाले जवानों में कैप्ट आयूष यादव, जेसीओ भूप सिंह गुज्जर और नायक वेंकट रमन शामिल हैं. कैप्टन आयूष यादव इन सबमें छोटे थे, उनकी उम्र केवल 25 साल थी और उन्हें सेना में केवल 3 साल हुए थे. वहीं जेसीओ भीप सिंह गुज्जर 26 साल से सेना में थे. वहीं वेंकट रमन 18 साल से सेना में थे.