कानपुर : जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आज सुबह फिदायीन हमले में शहीद हुए कैप्टन आयुष यादव के घर पर उसके शहीद होने की सूचना पहुंचते ही मातम फ़ैल गया. शहीद के घर में रोना पीटना शुरु हो गया. आयुष के घर कानपुर में सेना के कर्नल दुष्यन्त सिंह ने उसके शहीद होने की सूचना दी.
बता दें कि आयुष के पिता अरुण कान्त यादव यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर है. वह इस समय चित्रकूट में तैनात है आयुष अपने पिता की इकलौती बेटे थे. आयुष की एक बहन और है. पिता के सिर पर एकलौते बेटे के शहीद होने का गम इतना भारी पड़ा है कि जबान से कोई शब्द नहीं निकल रहे है उनका कहना है कि कल शाम को उसने फोन पर बात की थी और हम लोगो को कश्मीर में घूमने को बुलाया था.
उनके पिता ने कहा कि मैंने कहा कि वह पर पत्थर चल रहे है तो उसने हंसते हुए कहा कि मैं कुपवाड़ा कैम्प में हूं आप लोग क्यों चिंता करते हो पिता ने रोते हुए सरकार से एक सवाल पूछा है आखिर कब तक ऐसे ही सैनिक मरवाते रहोगे मैंने तो अपना बेटा खो दिया.