नई दिल्ली: भारतीय पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की मौत की सजा रोकने के लिए भारत ने प्रयास तेज कर दिए हैं. भारत ने कुलभूषण की मां की अपील पाकिस्तान को सौंपी है.
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबावले ने बुधवार को विदेश सचिव तहमीना जंजुआ से मुलाकात की. उन्होंने जाधव की मां की वह याचिका भी दी. जिसमें उन्होंने अपनी बेटे की रिहाई के लिए पाकिस्तान सरकार के दखल की मांग की है और अपने बेटे से मिलने की इच्छा जताई है.
पाकिस्तान से अनुरोध किया गया कि वे जाधव के माता और पिता के लिए वीजा की सुविधा प्रदान करें. वे जाधव से मिलने के लिए पाकिस्तान आकर व्यक्तिगत तौर पर याचिका और अपील दर्ज कराना चाहते हैं. कुलभूषण के मामले पर भारत ने 16वीं बार पाकिस्तान से राजनयिक पहुंच की मांग की गई. लेकिन हर बार की तरह पाकिस्तान ने अभी तक इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया है.
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार तहमीना जांजुआ ने बम्बावाले की मांग खारिज करते हुए कहा कि द्विपक्षीय समझौते के तहत राजनयिक मदद जासूसों के लिए नहीं, कैदियों के लिए होती है.
कौन है कुलभूषण जाधव
कुलभूषण जाधव मुंबई के रहने वाले हैं. कुलभूषण जाधव साल 1991 में नौसेना में अधिकारी के तौर पर कमीशन किए गए थे और 2013 में रिटायर हो गए. भारत सरकार के मुताबिक जाधव का कार्गो बिजनेस है और वो ईरान के चाबहार बंदरगाह से पाकिस्तान के कराची तक कार्गो लेकर आते थे. भारत का आरोप है कि पाकिस्तान ने जाधव को पाकिस्तानी जल सीमा में पकड़ा और जासूस बताकर कब्जे में ले लिया.
यही नहीं, पिछले एक साल से कुलभूषण को कहां रखा, ये भी किसी को नहीं बताया. उनके खिलाफ मिलिट्री कोर्ट में कब सुनवाई हुई, इसकी जानकारी भी किसी को नहीं दी. ऐसे में उन्हें वकील मुहैया कराने का उसका दावा बेतुका है. जबकि पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज भी कह चुके हैं कि कुलभूषण के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं हैं.