श्रीनगर. कश्मीर में शांति बहाल करने की कोशिश कर रही है भारत सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती सामने खड़ी हो गई है. सेना के खूफिया विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों ने एक साथ मिलकर ‘ युनाइटेड जेहाद’ का फैसला किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक सभी आतंकी संगठनों ने एक साथ मिलकर भारतीय सैनिकों पर हमला बोलने की योजना बनाई है. इसमें लश्करे-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन शामिल हैं.
इनके प्लान के मुताबिक ये आतंकी संगठन अपनी खूफिया विभाग की खबरें साझा करने के अलावा हथियार और आतंकवादी भी एक भी एक दूसरे को दिए जाएंगे.
सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 2001 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब ये संगठन एक साथ मिलकर कश्मीर में हिंसा और अशांति फैलाने के लिए एक साथ आ रहे हैं.
10 वीं और 12 वीं के छात्रों को फुसलाने की भी कोशिश
इन आतंकी संगठनों कश्मीर के उन छात्रों को बहलाने की कोशिश कर रहे हैं जो फेल हो चुकी हैं या फिर किन्हीं वजहों से पढ़ाई छोड़ चुके हैं. बताया जा रहा है कि युनाइटेड जेहाद से अब तक 13 कश्मीर लड़के जुड़ चुके हैं.
युनाइटेड जेहाद के पीछे बौखलाहट भी
भारतीय सेना से जुड़े एक सूत्र ने बताया है कि पिछले कई महीनों से भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने कश्मीर में आतंकी संगठनों के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ रखा है.
जिसमें इन आतंकवादी समूहों को अच्छा-खासा नुकसान पहुंच चुका है. इनकी ताकत काफी कम हो गई और इनके एक साथ आने सबसे बड़ी वजह यही हो सकती है.
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से बदले हैं हालात
पिछले साल भारतीय सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से आतंकवादियों के हौसले पस्त हो गए हैं लेकिन अपनी ताकत दिखाने के लिए वह हर दिन कोई वारदात को अंजाम देने की कोशिश में हैं.