नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए नक्सली हमले के पीछे कुख्यात नक्सली नेता हिडमा का हाथ बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक नक्सली कमांडर हिडमा ने करीब 300 नक्सलियों के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम दिया.
यह हमला उस वक्त अचानक हुआ जब सीआरपीएफ पोजिशन लेकर बैठी थी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्सली संगठन, पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के इशारे पर यह हमला हुआ है.
हिडमा सुकमा के पालोडी गांव का रहने वाला है, उसे गुरिल्ला युद्ध में महारत हासिल है. वह इससे पहले भी कई बार सीआरपीएफ पर नक्सली हमले कर चुका है.
मालूम हो कि सोमवार शाम को हुए इस हमले में अब तक 25 जवान शहीद हो चुके हैं जबकि 6 जवान लापता हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक शहीद हुए जवान सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन के थे. इस घटना के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर दुख जताया. इस दौरान लोगों ने गृहमंत्री से सवाल किया कि आखिर कब तक जवान शहीद होते रहेंगे, नक्सलियों से आर पार की लड़ाई होनी चाहिए.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में माओवादियों ने दो महीने के भीतर ही दूसरी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. ये जवान सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा में लगे हुए थे. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नक्सलियों ने पहले यहां आइईडी ब्लास्ट किया और फिर एंबुश लगाकर अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें 9 जवान मौके पर ही शहीद हो गए. इससे पहले 11 मार्च को भी नक्सलियों ने सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन पर हमला बोला था. इसमें 12 जवान शहीद हो गए थे.