कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने विवादित बयान दिया है. नॉर्थ 24 परगना की एक रैली में उन्होंने भारत माता की जय और जय श्री राम नहीं बोलने वालों को खुली धमकी दी है. उन्होंने जो भी ये नारे नहीं बोलेगा वो इतिहास हो जाएंगे. साथ ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यक्रताओं को चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि वे अपनी आदतें सुधार लें, वर्ना हम उन्हें पूरी तरह से बदल देंगे.
दिलीप ने कहा कि गुजरात से गुवाहाटी, कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोग ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाएंगे. जो कोई भी इसका विरोध करेगा, वो इतिहास हो जाएगा. दिलीप घोष ने टीएमसी को भी खुली धमकी दी और कहा कि भारत भर में बीजेपी के 11 करोड़ सदस्य हैं. राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ता के साथ कोई जबरदस्ती नहीं चलेगी. मैं तृणमूल कांग्रेस के अपने भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे अपनी बुरी आदतें बदल लें. वर्ना हम उन्हें पूरी तरह से बदल देंगे.
वहीं, घोष की टिप्पणी को भड़काऊ करार देते हुए टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि समृद्ध विरासत वाली बीजेपी जैसी पार्टी के किसी नेता के मुंह से इस तरह की टिप्पणी अप्रत्याशित है. वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी सत्ता के लोभ में तथा लोगों को भड़काने के लिए कर रहे हैं. यह दुखद है कि एक राजनीतिक पार्टी जिससे श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेता जुड़े रहे हैं, उसके पास राज्य में ऐसे लोगों का चेहरा है.
दिलीप घोष अक्सर अपने बयानों के लेकर चर्चा में रहते हैं. घोष की शैक्षणिक योग्यता पर कई बार सवाल खड़े हुए थे. आरटीआई के मुताबिक घोष ने बीते साल विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग के सामने दाखिल हलफनामे में झाड़ग्राम पॉलीटेकनिक कालेज से डिप्लोमा हासिल करने का दावा किया था. लेकिन इस बारे में उन्होंने कोई ब्योरा नहीं दिया था.