नई दिल्ली : स्कूलों की मनमानी पर इंडिया न्यूज की मुहिम लगातार जारी है और इस मुहिम का असर भी दिखने लगा है. पहले सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने 7 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजा था और अब 37 और स्कूलों पर गाज गिर गई है.
सीबीएसई ने इन स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों ना उनकी मान्यता रद्द कर दी जाए. फीस बढ़ाने जैसी अनियमितताओं को लेकर ये नोटिस जारी किया गया है. नोटिस का जवाब देने के लिए स्कूलों को 15 से 30 दिन का वक्त दिया गया है.
जिन स्कूलों को नोटिस मिला है उसमें DPS गाजियाबाद और बोकारो भी शामिल हैं. DPS गाजियाबाद पर RTE एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगा है तो DPS बोकारो पर एक ही दुकान से जूते खरीदवाने का आरोप लगा है.
इससे पहले 13 स्कूलों पर कार्रवाई हुई थी. 7 को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था, तो तीन की मान्यता रद्द कर दी गई थी, वहीं दो स्कूलों को डाउनग्रेड कर दिया गया था तो एक स्कूल में ग्यारहवीं और बारहवीं के दाखिले पर दो साल के लिए रोक लगा दी गई थी. अब तक कुल 50 स्कूलों पर सीबीएसई ने कार्रवाई की है.