बाबा रामदेव ने की गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग

योग गुरू बाबा राम देव ने कहा है कि लोकसभा में गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून बने. उन्होंने कहा कि कोई गौरक्षक गुंडा गर्दी नहीं करते, सिर्फ कुछ आवेष में आ जाते हैं. रोहतक के मस्तनाथ मठ में पहुंचे बाबा राम देव ने कहा कि सभी बूचड़खानें धार्मिक दृष्टि से अवैध हैं और इस अनैतिक काम के लिए मान्यता देना पाप है.

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बाबा रामदेव ने की गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग

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  • April 22, 2017 10:53 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
रोहतक: योग गुरू बाबा राम देव ने कहा है कि लोकसभा में गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून बने. उन्होंने कहा कि कोई गौरक्षक गुंडा गर्दी नहीं करते, सिर्फ कुछ आवेष में आ जाते हैं. रोहतक के मस्तनाथ मठ में पहुंचे बाबा राम देव ने कहा कि सभी बूचड़खानें धार्मिक दृष्टि से अवैध हैं और इस अनैतिक काम के लिए मान्यता देना पाप है.
 
दरअसल, योग गुरू बाबा रामदेव आज अचानक रोहतक स्थित मस्तनाथ मठ में पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए लोकसभा में कड़े कानून का बिल पास होना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही यह बिल लाया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पूरे देश में जो भी बुचड़खाने चल रहे हैं, वे सभी अनैतिक हैं और उनकों लाईसेंस देना पाप है.
 
बताया जा रहा है कि बाबा रामदेव अलवर से सांसद और मस्तनाथ मठ के महंत चांदनाथ से मिलने पहुंचे थे. सुत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सुभाष बतरा से भी मुलाकात की. आपको बता दें कि सुभाष बतरा ने बाबा रामदेव के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का केस दर्ज करने के लिए रोहतक अदालत में याचिका लगाई है, जिसकी सुनवाई 28 अप्रैल को होनी है. इस मामले में अदालत ने बाबा रामदेव को पेश होने का समन जारी किया है.
 
इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी शासित प्रांतों ने गौहत्या को लेकर कडे़ कानून बनाए हैं, उसी तर्ज पर गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध का प्रस्ताव अब लोकसभा में भी पास होना चाहिए. ये करोड़ों भारतीयों की इच्छा है. साथ ही उन्होंने कश्मीर मामले पर कहा कि इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सैनिकों का सम्मान राष्ट्र का सम्मान है, इसमें किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए. 
 
आगे उन्होंने कहा कि भले ही देश में हिंदू मुस्लिम मजहब अलग-अलग हैं, लेकिन हमारा खून एक है और पूजा के तरीकों में थोड़ी बहुत भिन्नता है. हमें एकता के विचार को पूरे देश में फैलाने की जरूरत है
 
आपको बता दें कि पिछले साल अप्रैल 2016 रोहतक में अयोजित सदभावना सम्मेलन में बाबा रामदेव ने अपने संबोधन में कहा था कि उनके हाथ कानून के दायरे में बंधे हुए हैं, अन्यथा भारत माता की जय ना बोलने वाले लाखों सिर धड़ से अलग करने का मादा रखते हैं.

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