नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में कहा था कि सरकार जेनरिक दवाओं के लिए कानून बनाने की तैयारी कर रही है. इस दिशा में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) ने बड़ा कदम उठाते हुए हर फिजिशियन को जेनरिक दवाएं लिखने का आदेश दे दिया है.
MCI ने जेनरिक दवाओं के लिए कानून लागू कर दिया है. काउंसिल ने सभी स्टेट, मेडिकल कॉलेज और राज्य सरकारों को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि वह सभी डॉक्टर्स जो मरीजों को दवाइयां लिखते हैं, वह जितना ज्यादा हो सके जेनरिक दवाएं ही मरीजों को लिखें.
इंडियन मेडिकल काउंसिल के रेगुलेशन के अनुभाग 1.5 में जेनरिक दवाओं के उपयोग की बात कही गई है. कहा गया है कि हर फिजिशियन मरीजों को जेनरिक दवाएं ही लिखे और दवाओं का नाम कैपिटल लेटर्स में होना चाहिए. इंडियन मेडिकल काउंसिल की धारा 1.5 के तहत इस आदेश का पालन न करने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
एमआईसी ने यह पत्र सभी मेडिकर कॉलेज के प्रिंसिपल/डीन, अस्पताल के डायरेक्टर्स, स्टेट मेडिकर काउंसिल के प्रेसिडेंट, हर राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी के नाम लिखा गया है.
बता दें कि पीएम मोदी ने सूरत में कहा था कि डॉक्टर्स को जितना ज्यादा हो सके जेनरिक दवाएं लिखनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार का उद्देश्य सबको अरोग्य सेवा देना है, दवाएं सस्ती कराने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है. सरकार की कोशिश है कि 300 की दवा मरीज को 30 रुपए में मिल सके. उन्होंने कहा, ‘दवा सस्ती करने से दवा कंपनियां नाराज चल रही हैं.’