आखिर सवा करोड़ बच्चे क्यों दिन भर भटकते हैं?

नई दिल्ली. अर्धसत्य में कहानी ऐसे बच्चों की जिनका बचपन सड़कों पर बीत रहा है.  दरअसल सोशल मीडिया पर कई ऐसे बच्चों की वीडियो हैं जिनमे तमाम तरह की प्रतिभाए हैं लेकिन वह गरीबी और तंगहाली में अपनी जिंदगी काट रहे हैं. 

बात अगर मु्ंबई के रवि की करें तो वह  कम से कम 10 तरह की भाषा बोलता है. अपनी इस प्रतिभा का कमाल वह अपना सामान बेचने में करता है. रवि की प्रतिभा का लोहा मानते हुए उसको व्यक्तित्व विकास की क्लास लेने के लिए कई जगह बुलाया जाता है.

रवि की वीडियो को  दुनिया ने देखा है. रवि जैसे बच्चे हजारों हैं जो सड़कों की स्ट्रीट लाइट पर अपना बचपन काट रहे हैं. अर्धसत्य में इन्हीं भटकती प्रतिभाओं के मासूम बचपन की पड़ताल की गई.

admin

Recent Posts

MT Vasudevan: मलयालम सिनेमा के दिग्गज लेखक एमटी वासुदेवन नायर का निधन

तिरुवनंतपुरम। मलयालम सिनेमा के प्रसिद्ध लेखक वासुदेवन नायर का निधन हो गया है। उन्होंने 91…

7 hours ago

क्रिसमस से तौबा करें मुसलमान! मौलाना बोले- चर्च जाना नाजायज मिलेगी सबको सजा

वैसे तो क्रिसमस ईसाइयों का त्योहार है लेकिन इसके जश्न में दुनियाभर के कई धर्मों…

8 hours ago

कछुए की चाल सी महाकुंभ की तैयारी..,अखिलेश ने योगी पर साधा निशाना

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि वैसे खंभों पर तार ‘बिछाया’ नहीं…

8 hours ago

महाकुंभ से योगी का बड़ा ऐलान–अब बचेगा नहीं आतंकी पन्नू, हिंदुओं को मिटाने की दी थी धमकी

रुद्राक्ष बाबा के नाम से मशहूर शिव योगी मौनी महाराज ने हवा में त्रिशूल लहराते…

8 hours ago

कुछ दिनों पहले तक गठबंधन में रही कांग्रेस अब AAP से आर-पार के मूड में क्यों? जानें अंदर की बात

माकन ने कहा कि आज दिल्ली में पार्टी की जो हालत है और हम यहां…

8 hours ago

5वीं और 8वीं में फेल होने वाले छात्रों को मिलेगा मौका, जानें कितने बार दे सकेंगे एग्जाम

शिक्षा मंत्रालय ने 5वीं और 8वीं कक्षा के छात्रों को लेकर नियमों में बदलाव किया…

8 hours ago