नई दिल्ली : अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) एच आर मैकमास्टर दिल्ली पहुंच गए हैं. दिल्ली पहुंचने पर मैकमास्टर ने पीएम मोदी से उनके आवास 7, लोक कल्याण पर मुलाकात की. इस दौरान भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल और विदेश सचिव एस जयशंकर भी मौजूद थे. पीएम मोदी से मुलाकात के पहले भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर(एनएसए) अजित डोभाल से उनकी मुलाकात हुई.
बैठक में पाकिस्तान में फांसी की सजा पाये भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव और सैन्य सहयोग पर चर्चा हुई. सरकारी सूत्रों के अनुसार मैकमास्टर और डोभाल के बीच बातचीत में आतंकवाद और भारत-अमेरिका सहयोग का मसला अहम था. भारत और अमेरिका मिलिट्री सहयोग और बढ़ाने पर सहमत हुआ है. साथ ही दोनों ने आतंकवाद से एकजुट होकर लड़ने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. बताया जा रहा है कि मैकमास्टर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात करेंगे.
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर बगैर पूर्व सूचना के पाकिस्तान पहुंचे.
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान का दौरा खत्म करके मैकमास्टर भारत आएंगे, और प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, विदेश सचिव जयशंकर और रक्षा मंत्री अरुण जेटली के इस मामले में चर्चा करेंगे.
मैकमास्टर ने सोमवार शाम को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात की. मैकमास्टर सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा, एनएसए नसीर जांजुआ से भी मिले. अमेरिकी दूतावास से जारी बयान के अनुसार मैकमास्टर ने कहा कि पाक को हर तरह के आतंकवाद से निपटना चाहिए.
अफगानी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि पाक अफगानिस्तान या अन्य स्थानों पर अपने हित साधने के लिए तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और अन्य आतंकी समूहों का इस्तेमाल बंद करे. वहीं द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर के अनुसार युद्धग्रस्त देश की ताजा यात्रा के दौरान मैकमास्टर ने कहा है कि हम सब कई सालों से यह उम्मीद कर रहे हैं कि पाकिस्तानी नेता यह समझेंगे कि पूर्व की रणनीति के विपरीत इन समूहों के खिलाफ कार्रवाई करना उनके अपने हित में है.
अमेरिका में ट्रंप सरकार के गठन के बाद अमेरिकी एनएसए की यह पहली भारत यात्रा होगी. जानकारों के मुताबिक मैकमास्टर की यह दौरा पीएम मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा की जमीन तैयार करने और अफगानिस्तान की मौजूदा हालात को लेकर भारत व अमेरिकी सहयोग के लिहाज से महत्वपूर्ण रहेगा.
भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा के मामले में भारत-पाक के बीच तनाव को देखते हुए भी यह दौरा महत्वपूर्ण है. अफगान इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटजिक स्टडीज के निदेशक दावूद मोरादियन ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन समझ रहा है कि पाक के साथ पहले की तुष्टीकरण की नीति काम नहीं करेगी.