नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद से ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर संकट के बादल छाए हुए हैं। इस घटना की जांच अभी चल ही रही थी कि राज्य में एक ही दिन में यौन उत्पीड़न के चार और मामले सामने आ गए। 31 अगस्त 2024 को हुई इन घटनाओं ने एक बार फिर ममता सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला खड़ा किया है। बीजेपी ने इस मामले में टीएमसी सरकार पर जोरदार हमला किया है।
इन चारों मामलों के सामने आने के बाद राज्य में जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोग सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस ने इन मामलों में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन इसके बावजूद लोग ममता बनर्जी की सरकार से नाराज हैं। आइए जानते हैं इन घटनाओं के बारे में विस्तार से:
बीरभूम के लांबाबाजार स्वास्थ्य केंद्र में एक नर्स के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। आरोप है कि शेख अब्बासुद्दीन नाम के एक व्यक्ति ने रात की ड्यूटी के दौरान नर्स के प्राइवेट अंगों को जबरदस्ती छुआ। इस घटना ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
नादिया के कृष्णगंज के भजनघाट में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। पीड़िता ने बताया कि जब वह सामान लेकर घर लौट रही थी, तब पड़ोसी ने उसे बगीचे में खींचकर उससे रेप किया और धमकी भी दी। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।
मध्यमग्राम में टीएमसी पंचायत सदस्य पर दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार का आरोप लगा है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव और गुस्से का माहौल है। लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।
हावड़ा सदर अस्पताल के सीटी स्कैनर रूम में एक लड़की के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। यह घटना शनिवार रात की है और इसके बाद से ही लोगों में काफी आक्रोश है।
इन चारों घटनाओं के बाद बीजेपी ने ममता बनर्जी की सरकार पर जोरदार हमला किया है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 1 सितंबर 2024 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ममता सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा, “पश्चिम बंगाल में सितंबर का पहला दिन ही चार यौन उत्पीड़न के मामलों के साथ शुरू हुआ है।”
अमित मालवीय ने अपनी पोस्ट में चारों घटनाओं का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “बीरभूम में नर्स के साथ छेड़छाड़ हुई और ममता बनर्जी शायद नर्स को ही दोषी ठहराएंगी कि वह रात में काम कर रही थी। नादिया में एक नाबालिग के साथ बलात्कार हुआ, मध्यमग्राम में टीएमसी नेता पर दूसरी कक्षा की बच्ची के साथ बलात्कार का आरोप लगा, और हावड़ा सदर अस्पताल में एक लड़की के साथ यौन शोषण हुआ।”
अमित मालवीय ने ममता बनर्जी को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने लिखा, “ममता बनर्जी की सरकार में महिलाओं के लिए पश्चिम बंगाल सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है। उन्होंने बलात्कार और POCSO मामलों में सख्त कार्रवाई करने और फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने के लिए कुछ भी नहीं किया है। बतौर मुख्यमंत्री, ममता बनर्जी एक बड़ी आपदा साबित हुई हैं और उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”
इस तरह, राज्य में बढ़ती यौन हिंसा की घटनाओं ने ममता बनर्जी की सरकार को मुश्किल में डाल दिया है, और विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
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