लद्दाख: नई दिल्ली। लद्दाख के लेह जिले (Leh District) में स्थित दिस्कित गांव के पास शनिवार को तेज हवाओं की वजह से एक निर्माणधीन पुल गिर गया. जिससे मलबे में फंस कर 4 मजदूरों की मौत हो गई और दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. जानकारी के मुताबकि पुल ढहने के बाद 12 […]
नई दिल्ली। लद्दाख के लेह जिले (Leh District) में स्थित दिस्कित गांव के पास शनिवार को तेज हवाओं की वजह से एक निर्माणधीन पुल गिर गया. जिससे मलबे में फंस कर 4 मजदूरों की मौत हो गई और दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. जानकारी के मुताबकि पुल ढहने के बाद 12 घंटे तक राहत-बचाव अभियान चला. जिसके बाद घटनास्थल से चार मजदूरों के शव और दो घायल मजदूरों को निकाला गया।
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की पहचान हो चुकी है. जिसमें छत्तीसगढ़ के रहने वाले मंजीत, पंजाब के लव कुमार और जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के रहने वाले राज कुमार का नाम शामिल है. अधिकारियों ने बताया कि घायल हुए लोगों में छत्तीसगढ़ के राजकुमार और राजौरी के कोकी कुमार है।
इस पूरे घटना की जानकारी देते हुए वायु सेना (Air Force) के एक आधकारिक प्रवक्ता ने बताया कि बचाव अभियान में शामिल सभी एजेंसियों के बीच लद्दाख के मंडला आयुक्त सौगत बिस्वास ने समन्वय स्थापित किया. इस अभियान में बचाए गए लोगों को हवाई मार्ग से लेह पहुंचाने के लिए वायु सेना की भी मदद ली गई।
पुल ढहने के तुरंत बाद सेना की स्थानीय 102 ब्रिगेड, सीमा सड़क संगठन की विजयक परियोजना, लेह स्थित वायुसेना स्टेशन से घटना स्थल पर बचाव और मदद के लिए भेजी गई. लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर (Lieutenant Governor RK Mathur) ने इस पूरे बचाव अभियान निगरानी की. उन्होंने इस दर्दनाक घटना के जांच के आदेश भी दिए है।
बता दे कि तेज हवाओं से गिरने वाले पुल का अभी हाल ही में शुभारंभ किया जाने वाला था. लेकिन शनिवार को वो लद्दाख क्षेत्र में सामान्य दिनों में बहने वाली तेज हवाओं का सामना नहीं कर सका और गिर गया।