नई दिल्ली: धर्म के आधार पर आक्षरण को लेकर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने बड़ा बयान दिया है. नायडू ने कहा कि इसे लागू करने से देश में सामाजिक अशांति पैदा होगी. नायडू ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देना लोगों को सांप्रदायिक रेखाओं में विभाजित करने जैसा होगा. इससे एक और पाकिस्तान बनने का खतरा बढ़ेगा.
नायडू ने कहा कि संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर ने भी धर्म आधारित आरक्षण का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि हम धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध इसलिए नहीं कर रहे क्योंकि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इसे लागू करना चाहते हैं. बीजेपी ऐसे किसी कदम के विरोध में उस वक्त भी थी जब राजशेखर रेड्डी (अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री) और अब चंद्रबाबू नायडू ने ऐसा करने की कोशिश की.
वेंकैया नायडू ने कहा कि हम ऐसी किसी भी आरक्षण का विरोध करेंगे जिससे एक और पाकिस्तान बनने का खतरा पैदा हो. बीजेपी की यह अखिल भारतीय नीति है. यह बीजेपी की सिर्फ तेलंगाना इकाई की नीति नहीं है. नायडू ने कहा कि संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर ने भी धर्म आधारित आरक्षण का विरोध किया था.
नायडू ने कहा कि बीजेपी संप्रदाय आधारित आरक्षण के खिलाफ है. इस तरह के आरक्षण से लोगों के बीच संप्रदाय के आधार पर बंटवारा हो जाएगा. सामाजिक उथल-पुथल मच जाएगी. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने यह भी साफ किया कि दूसरे दलों ने ये भ्रम फैला रखा है कि बीजेपी मुसलमान विरोधी है, लेकिन ऐसा नहीं है. हमारी सरकार का केवल एक ही नारा है सबका साथ-सबका विकास.