नई दिल्ली : भारतीय नौसेना के पूर्व अफसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की ओर से जासूस बताकर फांसी की सजा सुनाने के बाद से ही भारत लगातार इस फैसले का विरोध कर रहा है. इस मामले को लेकर दोनों देशों के बीच इस वक्त रिश्तों में काफी उथल-पुथल मची हुई है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए बातचीत बंद करने का फैसला कर लिया है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहले ही इस मामले में कहा था कि केंद्र सरकार जाधव को बचाने के लिए आउट ऑफ वे जा सकती है. अब भारत के बातचीत बंद करने के फैसले के बाद ऐसा लग रहा है कि भारत इस मामले में सरबजीत जैसा हाल नहीं होने देगा.
पाकिस्तान से हर स्तर की वार्ता रोकने के बाद भारत के सामने जाधव को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाने के साथ-साथ और भी कुछ रास्ते हैं. भारत जाधव की रिहाई के लिए अपना सकता है ये रास्ते-
1. पाकिस्तान के खिलाफ भारत जा सकता है द हेग अदालत
पाकिस्तान के साथ बातचीत बंद करने के बाद भारत चाहे तो हेग की अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत में इस मामले को लेकर जा सकता है, लेकिन ये पाकिस्तान के साथ रिश्तों को अंतरराष्ट्रीय दखल से दूर रखने वाली नीति के विरोध में होगा, इसलिए इस कदम की संभावना कम ही है. भारतीय दूतावास ने एक साल में जाधव से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन इसकी इजाजत नहीं दी गई.
2. भारत बना सकता है पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारतीय दूतावास ने 13 बार जाधव से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तान ने ऐसा नहीं होने दिया था, उन्होंने इसे वियना कंवेन्शन का उल्लंघन बताया. भारत इस मामले को लेकर पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बना सकता है. आपको बता दें कि मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी जाधव को मिली फांसी की सजा पर कड़ा ऐतराज जताया है.
3. पाकिस्तान कैदियों की रिहाई रोक सकता है भारत
भारत ने जाधव को सुनाई गई फांसी की सजा के बाद ही 12 पाकिस्तानी कैदियों की रिहाई रोक दी थी, यह कैदी बुधवार को पाकिस्तान अपने वतन वापस जाने वाले थे. भारत पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए ऐसा कदम आगे भी उठा सकता है.
4. सार्क जैसे कई महत्वपूर्ण मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग कर सकता है भारत
भारत जाधव मामले में पाकिस्तान को सबक सिखाने और जाधव की रिहाई को लेकर सार्क जैसे मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग कर सकता है. उरी हमले के बाद भी भारत ने कुछ इस तरह की रणनीति अपनाई थी. भारत ने इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन का बहिष्कार किया था.
5. भारत कर सकता है पाक पर हमला
हालांकि इस बात की संभावना बेहद कम है, लेकिन फिर भी भारत जाधव मामले में पाकिस्तान को रास्ते पर लाने के लिए हमला करने का कदम भी उठा सकता है. उरी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करके इस बात को एक बार पहले भी साबित किया है कि भारत चाहे तो पाकिस्तान को मिनटों में सही कर सकता है.