महाराष्ट्र: जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार ने एक बार फिर से राष्ट्रवादियों के ऊपर कटाक्ष किया है. छात्र नेता कन्हैया ने गुरुवार को कहा कि समाज में ऐसा कई तबके हैं, जो ‘भय के माहौल’ में रह रहे हैं और वर्तमान परिदृश्य की हालत ऐसी है कि अगर कोई पतंजलि ब्रांड का फेसवॉश नहीं लगाता है, तो उसे भी ‘राष्ट्रविरोधी’ ठहराया जा सकता है.
किताब ‘बिहार से तिहाड़’ के लेखक और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया ने कहा कि देश में अभी भय का ऐसा माहौल है कि अगर आप पतंजलि का फेसवॉश प्रयोग नहीं करते, तो आप राष्ट्रविरोधी कहे जाएंगे. आपको बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा संचालित की जाने वाली एफएमसीजी कंपनी है.
बताया जा रहा है कि कन्हैया ने दलितों के आदर्श डॉ. बी. आर. अंबेडकर की जयंती से एक दिन पूर्व अपनी हिन्दी किताब ‘बिहार से तिहाड़’ के मराठी संस्करण ‘बिहार ते तिहाड़’ का के विमोचन के मौके पर ये बातें कहीं.
किताब विमोचन के मौके पर कन्हैया ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने ऐसा संविधान तैयार किया कि जिसमें समाज के हर सदस्य को कई तरीकों से आजादी मुहैया कराई गई है, मगर अफसोस है कि संविधान में निहित स्वतंत्रता समाज के एक बड़े हिस्से को नहीं मिल सकी है.
कन्हैया ने दावा किया कि मौजूदा हालात में गरीब, दलित, महिलाएं, आदिवासी, पिछडे वर्ग, अल्पसंख्यक और यहां तक कि बुद्धिजीवी सहित समाज के विभिन्न तबके के लोग भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं.’
कुमार ने आगे कहा कि जिस तरह से हाल ही में फीस वृद्धि का विरोध करने पर पंजाब विश्वविद्यालय के 68 छात्रों के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है, उसे देखकर मौजूदा हालाता ऐसे हैं कि अगर आप उन्होंने कहा कि देश का मौजूदा परिदृश्य ऐसा है कि अगर आप फीस में कमी की मांग करते हैं, तो आपको देशद्रोही घोषित कर दिया जाएगा.
आपको बता दें कि कन्हैया कुमार बीते साल जेएनयू में देश विरोधी मामले में सुर्खियों में आए थे, जिसमें उन्हें जेल भी जाना पड़ा. हालांकि, अब वे जेल से बाहर हैं और उस मामले की जांच चल रही है. हालांकि, दिल्ली सरकार द्वारा गठित जांच कमिटी ने कन्हैया को निर्दोष माना था.