नई दिल्ली: गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोपी के डॉ. जाकिर नाइक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की एक विशेष अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है.
प्रवर्तन निदेशालय ने विशेष अदालत को एक अर्जी देकर जाकिर नाइक की गिरफ्तारी की मांग की थी. प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया था है कि 4 बार सम्मन भेजने का बाद भी डॉ जाकिर नाइक बयान देने के लिए कोर्ट के सामने हाजिर नहीं हुए.
प्रवर्तन निदेशालय की जानकारी के मुताबिक, डॉ ज़ाकिर नाइक अभी भारत के बाहर संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) में कहीं हैं और संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत की प्रत्यार्पण संधी है. इसलिए गैर जमानती वारंट के जरिये डॉ ज़ाकिर नाइक को भारत लाने में मदद मिलेगी और जांच आगे बढ़ पाएगी.
आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय डॉ ज़ाकिर नाइक के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच कर रही है और कुछ दिन पहले ही कोर्ट में वारंट जारी करने की मांग की थी. इसी मामले में डॉ ज़ाकिर नाइक की संस्था आई आर एफ के आर्थिक लेनदेन देखने वाले शख्स आमिर गजदर को प्रवर्तन निदेशायल पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि आमिर गजदर और खुद डॉ ज़ाकिर नाइक की बहन ने भी अपने बयान में डॉ ज़ाकिर नाइक द्वारा आई आर एफ को चैरिटी के तहत मिले पैसों के दुरुपयोग करने की बात कही है.
आपको बता दें कि आरोप है की नाइक और उनके कुछ साथी कई गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल हैं. साथ ही जाकिर नाइक पर अपने भाषणों के जरिये भारत में लोगों को भड़काने का आरोप भी है. नाइक के आईआरएफ ने पिछले साल उन पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की भी मांग की थी.