नई दिल्ली: कहते हैं कि इंसान का समाज की सेहत एक बार गिर जाए तो ठीक होने में वक्त लगता है. लेकिन अगर अस्पताल बिस्तर पकड़ ले तो वो उसे कौन ठीक करेगा और कब तक. वहां के लोगों की राय आप तक पहुंचा रहे हैं. उसी कड़ी में आज आपको दिखाते हैं अस्पतालों का रियलिटी चेक.
योगी सरकार के फैसले के मुताबिक सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस ना करें, डॉक्टर और नर्स समय से ड्यूटी करें, शहर के डॉक्टर गांवों में जाकर भी सेवा दें, अस्पतालों को बिल्डिंग और आधुनिक मशीनें मिलेंगी, 7 AIIMS और 25 सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाए जाएंगे, जगह-जगह मेडिकल मोबाइल यूनिट की सुविधा दी जागी.
योगीराज में कैसे हैं यूपी के अस्पतालों के हालात ? करीब तीन हफ्ते में कितनी बदली अस्पतालों की तस्वीर ? ये जानने इंडिया न्यूज़ के चार रिपोर्टर शहर-शहर..गांव-गांव अस्पतालों का रियलिटी चेक कर रहे हैं. सबसे पहले आपको अलीगढ़ के अस्पताल की तस्वीर दिखाते हैं. सीएम योगी को सफाई पसंद है. लेकिन अलीगढ़ के मलखान सिंह सरकारी अस्पताल में हर जगह गंदगी पसरी है.
मलखान सिंह अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की कमी है. हालात इतने बदतर हैं कि अल्ट्रासाउंड रूम में ताला लटक रहा है. सीएम योगी यूपी के डॉक्टरों को टाइट कर रहे हैं. डॉक्टर और नर्स को ऑन टाइम ड्यूटी करने को कह रहे हैं. लेकिन मुज़फ्फरनगर के जिला अस्पताल में रियलिटी चेक के दौरान डॉक्टर ही नदारद दिखे. गंदगी यहां भी मरीजों को और बीमार करती है. इसलिए योगी ने यूपी में अस्पताल के लिए खास इंतजाम करवाए हैं.