आरके सिंह ने दी पाकिस्तान को चेतावनी, कहा- भारत भी आतकिंयों को बिना ट्रायल दे सकता है फांसी

बीजेपी सांसद आरके सिंह ने कुलभूषण जाधव की हत्या की आशंका जताई है. उन्होंने जाधव की फांसी की खबर को पाकिस्तान की रची संदिग्ध कहानी बताया. साथ उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत भी सरहद पार से आए आतंकियों को बिना ट्रायल के फांसी दे सकता है.

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आरके सिंह ने दी पाकिस्तान को चेतावनी, कहा- भारत भी आतकिंयों को बिना ट्रायल दे सकता है फांसी

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  • April 12, 2017 12:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: बीजेपी सांसद आरके सिंह ने कुलभूषण जाधव की हत्या की आशंका जताई है. उन्होंने जाधव की फांसी की खबर को पाकिस्तान की रची संदिग्ध कहानी बताया. साथ उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत भी सरहद पार से आए आतंकियों को बिना ट्रायल के फांसी दे सकता है.
 
 
क्या कहा आर के सिंह ने ?
आर के सिंह ने कहा कि एक निर्दोष व्यक्ति का अपहरण कर उसे गलत आरोपों में फांसी की सजा दे देना कानून सही नहीं है, यह पूरी तरह से मर्डर है. कोई सैन्य ट्रायल नहीं हुआ.उन्हें प्रताड़ित किया गया और हत्या कर दी गई. अगर ऐसा नहीं है तो पाक हमें राजनयिक पहुंच की इजाजत जरूर देता. 
 
सिंह ने कहा कि हमारी तरफ से इस्लामाबाद के साथ कोई संबंध नहीं रहेंगे. इसके साथ ही पाकिस्तान ये भी याद रखे कि हम उनके आतंकवादियों के साथ भी ऐसा कर सकते हैं जो यहां हर महीने पकड़े जाते हैं. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकियों को बिना ट्रायल के फांसी दे दी जानी चाहिए.
 
 
कुलभूषण के लिए देशभर ने मांगी दुआएं
कुलभूषण मामले पर जम्मू में लोगों ने पाक के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों ने पाक पीएम नवाज शरीफ का सिर काटने वाले को 10 लाख इनाम देने का एलान भी किया. कुलभूषण जाधव की सलामती के लिए देश भर में दुआ मांगी जा रही है. वाराणसी में लोगों ने उनके लिए हवन किया और सरकार से उन्हें बचाने की अपील की. 
 
कुलभूषण जाधव को बचाने के लिए मुंबई के आजाद मैदान में मुस्लिम समुदाय के लोगो ने पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी के अल्पसंख्यक विंग के लोगो की मांग की पाकिस्तान कुलभूषण को छोड़े नही तो भारत के मुसलमान पाकिस्तान के खिलाफ उग्र हो जाएंगे. 
 
 
कौन है कुलभूषण जाधव
कुलभूषण जाधव मुंबई के रहने वाले हैं. कुलभूषण जाधव साल 1991 में नौसेना में अधिकारी के तौर पर कमीशन किए गए थे और 2013 में रिटायर हो गए. भारत सरकार के मुताबिक जाधव का कार्गो बिजनेस है और वो ईरान के चाबहार बंदरगाह से पाकिस्तान के कराची तक कार्गो लेकर आते थे. भारत का आरोप है कि पाकिस्तान ने जाधव को पाकिस्तानी जल सीमा में पकड़ा और जासूस बताकर कब्जे में ले लिया.
 
यही नहीं, पिछले एक साल से कुलभूषण को कहां रखा, ये भी किसी को नहीं बताया. उनके खिलाफ मिलिट्री कोर्ट में कब सुनवाई हुई, इसकी जानकारी भी किसी को नहीं दी. ऐसे में उन्हें वकील मुहैया कराने का उसका दावा बेतुका है. जबकि पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज भी कह चुके हैं कि कुलभूषण के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं हैं.

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