नई दिल्ली: मिस्त्र से भारत आई दुनिया की सबसे वजनी महिला इमान ने मात्र दो महीने में अपना वजन आधा कर लिया है. दो महीने बाद इमान का वजन 242 किलोग्राम वजन कम हो गया है.
इमान इस वक्त डॉक्टरों की निगरानी में रहकर हर दो घंटे में केवल तरल पदार्थ का सेवन कर रही हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इमान को ट्यूब के जरिए तरल पदार्थ दिए जा रहे हैं. इससे पहले डाइट के जरिए इमान ने 120 किलोग्राम वजन कम किया था.
फिजियोथैरेपी से हो रहा फायदा-
वहीं इमान को फिजियोथेरेपी से उन्हें काफी फायदा पहुंचा है. अब वह अपने हाथ से अपने चेहरे को छू पा रही हैं और पिछले हफ्ते उन्होंने अपने डॉक्टर मुफज्जल लखड़वाला को एक किस भी दी. मिस्र की रहने वाली इमान को फिजियोथेरेपी के साथ-साथ बेहद सख्त डाइट पर रखा गया है और अगले दो हफ्तों में उनके दिमाग का सीटी स्कैन कराया जाएगा. डॉक्टर ने कहा, जिस जीन के कारण इमान के शरीर में मोटापा बढ़ रहा है वह एलईपीआर जीन में होमोजयगस मिसेंस वैरियंट है.
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरिलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन के एक डायबिटीज मेडिसिन प्रोग्राम में यह जीन डिटेक्ट हुआ था. उनके मुताबिक शायद इस पूरी दुनिया में इमान को ही इस जीन ने प्रभावित किया है. वह सीनियर-लोकन सिंड्रोम से भी पीड़ित हैं, लेकिन यह उनके मोटापे का कारण नहीं है.
75 फीसदी चर्बी हुई कम-
36 वर्षीय इमान 11 फरवरी को एक चार्टर्ड विमान से वजन घटाने के लिए मुंबई आई थीं. उस वक्त इमान का वजन 498 किलोग्राम था. तब से वह सैफी अस्पताल में जानेमाने बेरिएट्रिक सर्जन मुज्जफल लकड़वाला और उनकी टीम की निगरानी में है. लकड़वाला ने बताया कि मिस्र की महिला ने अब तक 242 किलोग्राम वजन कम किया है. अब उनका वजन पहले से आधा (270 किलो से भी कम) हो गया है. इमान की मेडिकल टीम का हिस्सा रही अपर्णा भास्कर ने कहा कि 10 फरवरी से अब तक इमान ने 242 किलो वजन कम किया है. उसे क्रेन और एयरलिफ्ट करके भारत लाया था. 7 मार्च को उसका लेप्रोस्कोपिक सिलेवी गेस्ट्रेकटॉमी सर्जरी की गई थी. डेढ घंटे तक चले इस ऑपरेशन में उसकी पेट की 75 फीसदी चर्बी कम हुई थी.
गौरतलब है कि इमान के परिजनों ने डॉक्टरों को बताया था कि जब वह काफी छोटी थी तो उसका हाथी रोग वाला निदान किया गया था, जिसके कारण उसके अंग और शरीर फूलता चला गया. इमान बढ़े वजन के कारण कई बीमारियों की चपेट में आ गई.