इस्लामाबाद. कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा के फैसले पर पाकिस्तान की मीडिया ने वहां की सरकार को चेताया है. मीडिया ने इस फैसले को ‘अप्रत्याशित’ कहा है. पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार ‘द नेशन’ ने लिखा है ‘डेथ टू स्पाई स्पाइक्स टेंशन’ यानी इस फैसले से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा.
अखबार ने वहां के रक्षा विशेषज्ञ डॉ. हसन अस्करी से बातचीत के हवाले से लिखा है कि इस जाधव को फांसी का फैसले से दोनों से बीच के तनाव बढ़ेगा.
डॉ. अस्करी का मानना है कि सैन्य अदालत ने पाकिस्तान के कानून के हिसाब से जाधव को कड़ा फैसला सुनाया है. लेकिन हमें देखना होगा कि इस फैसले के बाद क्या पाकिस्तान कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर कितना टिक पाता है.
आपको बता दें कि द नेशन को भारत विरोधी अखबार के तौर पर जाना जाता है. वहीं एक और समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यूने ने लिखा है कि यह फैसला अप्रत्याशित है. इससे दोनों देशों के संबंधों के बीच और कटुता आएगी.
वहीं एक प्रमुख अखबार डॉन ने लिखा है कि यह ‘रेयर मूव’ है. अखबार ने लिखा है कि यह फैसला ऐसे समय है जब दोनों के बीच बहुत ज्यादा तनाव है. वहीं कुछ और मीडिया का मानना है कि इस फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और मजबूत स्थिति में आ जाएगा.
जियो न्यूज के संपादक हामिद अंसारी का मानना है कि पाकिस्तान को भारत के कथित जासूस के खिलाफ सबूतों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर सार्वजनिक करना चाहिए.
गौरतलब है कि सोमवार को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने कुलभूषण जाधव को जासूसी और अशांति फैलाने की कोशिश के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है.
पाकिस्तानी कोर्ट के इस फैसले का भारत में जगह-जगह विरोध हो रहा है. भारत की संसद में सभी दलों ने इसकी निंदा की है. वहीं गृह मंत्री
राजनाथ सिंह ने कहा है कुलभूषण को छुड़ाने के लिए कुछ भी करना पड़े भारत सरकार करेगी.
विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज ने भी संसद में ऐलान किया है कि कुलभूषण भारत का बेटा है अगर उसको कुछ होता है तो पाकिस्तान नतीजों की भी चिंता कर ले.